Dard Bhare Alfaaz: मुहब्बत हो या ग़म, दर्द भरे अलफ़ाज़ में हर भावना पर गहराई से काम किया गया है। इसलिए इसमें इंसानी जीवन का अक्स दिखाई देता है। शायरी में इश्क़ महत्वपूर्ण है, लेकिन जीवन के अन्य हिस्सों को भी सुंदरता से प्रस्तुत किया गया है। जब ख़ुशी की बात होती है, तो दर्द और ग़म भी दिखाई देते हैं। दर्द भरे अलफ़ाज़ के माध्यम से जज्बात की अदायगी है, लेकिन यह दिल से निकली आह, चाह और सदा है, जिसे हर शायर ने अपने अलग ढंग से प्रस्तुत किया है।
यहाँ पढ़िए कुछ लोकप्रिय और दर्द भरे अलफ़ाज़ अलफ़ाज़ जो आपकी जिंदगी से जुड़े हो सकते हैं।प्यार आजकल खेल सा हो गया है; दिल जुड़कर बेवफाई करते हैं। जब एक दूसरे पर भरोसा नहीं रहता, तो दोस्ती दूरियों में बदल जाती है।
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Dard Bhare Alfaaz
चलो आज किस्सा तमाम ही हो गया,
जो पहले अपना था आज अनजान हो गया।
जीना आसान नही है तेरे बिना,
तुजो कह दे तो मोत को गले लगा लू में।
इतना भी कोई किसीको ना चाहे,
की जीना मुहाल हो जाये,
एक रूठे तो दूजे की मौत हो खुदा ऐसा कमाल हो जाये।
शायद अब कभी लौट ना पाऊं खुशियों के बाजार में,
गम ने ऊंची बोली लगाकर खरीद लिया है मुझे…
कुछ ना बचा मेरे इन दो खाली हाथों में,
एक हाथ से किस्मत रूठ गई,
तो दूसरे हाथ से मोहब्बत छूट गई।
जिंदगी जला दी हमने जैसी जलानी थी,
अब धुंऐ पर तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी!!
में जानता हूं कि वो फरेब कर रहा है,
पर क्या करूँ दिल मुद्दतो से उसी पर मर रहा है।
शिद्दते आशिक़ी मुहाल कर गई,
उसकी एक नजर कमाल कर गई।
दिल्लगी नही आती मुजे यही कमी है,
मेरे दिलको इंतेजार है उसका और आँखों मे नमी सी है।
Dard Bhare Alfaaz in hindi
गम यह नही की वक्त ने साथ नही दिया,
गम यह है कि जिसको वक्त दिया उसने साथ नही दिया।
टूट कर चाहना और फिर टूट जाना,
बात छोटी है मगर जान निकल जाती है।
बाद तेरे जाने के मर गई ये देह
जो ज़िंदा बचा मेरी रूह में वो था
“तेरे होने का एहसास”
याद आते हैं तो फिर टूट के याद आते हैं
गुजरे हुए लम्हे, बिछड़े हुए लोग..!🖤
में चाहकर भी उससे नफरत नही कर सकता,
वो मोहबत है मेरी कोई फरेब नही।
बड़ी मुद्दतो के बाद भूल पाए थे तुमको,
बरसो के बाद फिरसे तस्वीर सामने आ गई।\
में मर ही जाता अगर तुम ना मिलते,
साँसे अटक सी गईथी तेरे इंतेजार में।
लाख कोशीसो पर भी में दूर नही रह पाता,
मोहब्बत है या इबादत हो गई तुमसे।
इल्म नही था इश्क़ हो जाएगा तुमसे,
जान जाती है तेरे रुठ जाने के बाद।
New Dard Bhare Alfaaz
दो बूंद बारिश क्या गिरी,
सबको लगा कोई दिलजला आशिक़ रो रहा है।
शायरी एक नशा है दिल का हाल सुनाने को,
तुम क्या जानो आंखों से पी थी कभी उस जालिम के।
मुड़ की बात है कलम युही नही चलती,
याद आते हो तो गजल बन जाती है।तुम जमाने मे जाओ मगर याद रखना,
तुमको सुकून हमारे पास ही आएगा।
वो जाना चाहता है छोड़कर मुझको,
कैसे जीऊ में उसके बिना कोई बताए उसे।
शोर है दिलो दिमाग मे और खामोशियों ने घेरा है,
हर नजर तुज पर ही रुकी हुई है,
इंतेजार में ये वक़्त भी ठहरा हुआ है।
तलाश रही हु खुदको खुद में,
हर लम्हे में तुम्ही तुम मिले मुजे।
ना जाने ये इश्क़ है या जुनून है,
ना चैन है ना सुकुन है।
मुसाफ़िर सी है ज़िंदगी,
ना रुकती है ना चलती है,
कभी संभलती है कभी फिसलती है,
यादों का कारवां ना जाने,
कहा ले जाता है मुझे…
तुम्हारे खयालो में।
Sad Dard Bhare Alfaaz
सोचा नही था की इस मोड़ पर आ जाएंगे,
ना भूल सकते है ना कभी तुमको भूल पाएंगे,
साँसों की डोरी बँधी है तेरे नाम से,
साथ जियेंगे तेरे साथ ही मर जायेंगे।
मुद्दतो से एक ही दुआ मांगी है,
खुदा को मंजुर ना हुई या मोहब्बत रास ना आई उसे।
कर के बेचैन फिर मेरा हाल ना पूछा
उसने नजरें फेर लीं मैंने भी सवाल ना पूछा…
हर रिश्ते में बस यही गिला है,
हमें कोई हमसा नही मिला है।
सुनो,
कभी इंतेजार किया है क्या मेरी तरह,
कहो कभी प्यार किया है तुमने मेरी तरह,
कभी तड़प कर देखना की मोहब्बत किसे कहते है।
वो जो कहते थे नही जी सकते तुम्हारे बिना,
हर मोशम की तरह उसने मिज़ाज भरे हुए है।
दो कदम का फासला तुमसे मिटाया ना गया,
तुमतो ज़िंदगी साथ गुजारने की बात करते थे।
अच्छी थी कहानी मगर अधूरी रह गई,
इतनी मोहब्बत के बाद भी दूरी रह गई….🥀
ना ज़ख्म भरे न शराब सहारा हुई,
ना वो वापस लौटे न मोहब्बत दुबारा हुई..!!
दर्द भरे अलफ़ाज़ हिंदी में
मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा…..
मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा…
दिल में तो आप हो अब कोई खास कैसे होगा
मेरी यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा.
बहुत खूबसूरत है ना ये वहम मेरा,
के तुम जहां भी हो सिर्फ मेरे हो…!!
अगर मुझे चाहने वाले हजारों मिल जाए तब भी
मेरी पहली और आखिरी पसंद तुम रहोगे.!
कर के बेचैन फिर मेरा हाल ना पूछा
उसने नजरें फेर लीं मैंने भी सवाल ना पूछा…
ये मोहब्बत है या नफरत कोई इतना तो समझाए,
कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है….
दिल आज तक तकलीफ, मैं है !!
और तकलीफ देने वाला दिल मैं !!
पता नही कब खत्म होगी ये जिंदगी
सच में अब जीने का मन नही करता….!
कटी हुई टहनियां कहां छाँव देती है
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव देती है….!
Adhure Alfaaz >>>
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