HindiPoetries

Hindi Poems On Life

Hindi Poems on Life ( हिंदी कविता जीवन पर ): New Hindi Poems that Will Touch Your Heart About Life, the Best Hindi Poetry written by Famous Poets, and Life in Hindi with Kavita.

अगर आप भी इंटरनेट पर लोकप्रिय हिंदी कविताओं की खोज कर रहे थे, तो आप सही जगह पर आ गए हैं। हमने आपके लिए 35 से अधिक हिंदी कविताओं को चुना है जो जीवन पर आधारित हैं।

कवि ने इन कविताओं में जीवन का बेहतरीन वर्णन किया है। इनमें आपको जीवन के सभी पड़ावों (सुख-दुःख, प्यार-मोहब्बत, दर्द, परेशानी) के बारे में बहुत कुछ बताया गया है।

दोस्तों, आपको पता है कि आज की दुनिया में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि अपनी ज़िन्दगी को सही ढंग से नहीं जी पा रहे हैं. वे हमेशा उलझनों में घिरे रहते हैं, छोटी छोटी बातों पर परेशान होते हैं, और हमेशा काम में व्यस्त रहते हैं।

उन्हें जीवन का अर्थ नहीं मालूम। कवि ने इन कविताओं के माध्यम से जिंदगी का मूल अर्थ बताने की कोशिश की है। इन कविताओं से आप जीवन बदलने के लिए बहुत कुछ सीखेंगे।

Hindi poems on life को पढ़ना शुरू कीजिए और सुखमय जीवन का आनंद लीजिए. इसे अपने मित्रों और परिवार वालों को भी सुनाइए, वे भी इसे पसंद करेंगे।

Table of Contents

Hindi Poems On Life Inspiration: शाम की तरह हम ढलते जा रहे है।

Hindi Poems On Life

शाम की तरह हम ढलते जा रहे है,
बिना किसी मंजिल के चलते जा रहे है।
लम्हे जो सम्हाल के रखे थे जीने के लिये ,
वो खर्च किये बिना ही पिघलते जा रहे है।

धुये की तरह विखर गयी जिन्दगी मेरी हवाओ मैं,
बचे हुये लम्हे सिगरेट की तरह जलते जा रहे है।

जो मिल गया उसी का हाथ थाम लिया,
हम कपडो की तरह हमसफर बदलते जा रहे है।

Poem on truth of life in hindi: अनजान।

मैंने सजाया था तुम्हें अपने मुकुट में मान सा,
लेकिन तुम्हें ना हो सका उसका जरा भी भान सा।

अब क्या करे कोई तुम्हारी सोच तो बदली नहीं,
तुमको भी साथी चाहिए एक जादूगर धनवान सा।

सोचा बहुत रोका बहुत पर फिर भी देखो ना थमा,
आज भी उठता है दिल में एक बड़ा तूफान सा।

देखते हो क्या मकां ये इसमें कोई घर नहीं,
एक खंडहर है फकत टूटा हुआ वीरान सा।

दौलतें जग की मिलें पर ना मिले गर साथिया,
मधुकर बना रहता है फिर इंसान इक अनजान सा।

Poems About life in Hindi: जर्नी ऑफ़ लाइफ।

पूछा जो मैंने एक दिन खुदा से,
अंदर मेरे ये कैसा शोर है,
हंसा मुझ पर फिर बोला,

चाहतें तेरी कुछ और थी,
पर तेरा रास्ता कुछ और है,
रूह को संभालना था तुझे,

पर सूरत सँवारने पर तेरा जोर है,
खुला आसमान, चांद, तारे चाहत है तेरी,
पर बन्द दीवारों को सजाने पर तेरा जोर है,

सपने देखता है खुली फिजाओं के,
पर बड़े शहरों में बसने की कोशिश पुरजोर है..

Hindi Poetry on Life: ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी।

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,

फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,

एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी

हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,

मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,

वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।

Hindi Poem On Life: सच्चा मेल।

Hindi Poems On Life

प्रेम मिले तो जीवन है वरना एक रूखा खेल है,
आपस में मिलना रूहों का देखो सच्चा मेल है।

प्यार के बंधन में बंध जा आनंद तभी तो आएगा,
वरना सारा जीवन लगता है मानो लम्बी जेल है।

बिना सहारे देख जमीं पे ही मिट्टी बन जाएगी,
आज अटारी पे लिपटी दिखती जो सुन्दर बेल है।

आंधी तूफां से भी जो लड़ता है पूरी शिद्दत से,
समझो उस जलते दीये में भरा प्रेम का तेल है।

वो नारी पुरुष ही अच्छे हैं जो प्रेम सुधा बरसाते हैं,
क्या फर्क पड़ेगा इससे मधुकर वो अगर दसवीं फेल हैं।

Best Short Kavita In Hindi: दो पल की जिंदगी है।

दो पल की जिंदगी है,
आज बचपन, कल जवानी,
परसों बुढ़ापा, फिर खत्म कहानी है।

चलो हंस कर जिए, चलो खुलकर जिए,
फिर ना आने वाली यह रात सुहानी,
फिर ना आने वाला यह दिन सुहाना।

कल जो बीत गया सो बीत गया,
क्यों करते हो आने वाले कल की चिंता,
आज और अभी जिओ, दूसरा पल हो ना हो।

आओ जिंदगी को गाते चले,
कुछ बातें मन की करते चलें,
रूठो को मनाते चलें।

आओ जीवन की कहानी प्यार से लिखते चले,
कुछ बोल मीठे बोलते चले,
कुछ रिश्ते नए बनाते चले।

क्या लाए थे क्या ले जायेंगे,
आओ कुछ लुटाते चले,
आओ सब के साथ चलते चले,
जिंदगी का सफर यूं ही काटते चले।

Hindi Poems on Zindagi: ऐसे ही जिये जाने को दिल करता है।

कभी अपनी हंसी पर आता है गुस्सा।
कभी सारे जहां की हंसाने का दिल करता है।।

कभी छुपा लेते है गम की दिल के किसी कोने में।
कभी किसी को सब कुछ सुनाने का दिल करता है।।

कभी रोते नही लाख दुःख आने पर भी।
और कभी यूँ ही आंसू बहाने को दिल करता है।

कभी अच्छा सा लगता है आज़ाद घूमना,लेकिन
कभी किसी की बाहीं में सिमट जाने को दिल करता है।।

कभी कभी सोचते है नया हो कुछ जिंदगी में।
और कभी बस ऐसे ही जिये जाने को दिल करता है।।

Hindi Kavita On Life: औरों की खातिर।

जो अपना ना बने मन से उसे भी कहना पड़ता है,
ज़िन्दगी को चलाने को साथ में रहना पड़ता है।

कोई भी चोट लगती है दर्द तो लाज़मी होगा,
दवा दारू खूब कर लो उसे पर सहना पड़ता है।

दर्द इस धार के भी तो सदा दिल में रहे होंगे,
देख लो औरों की खातिर इसे पर बहना पड़ता है।

कोई मिट्टी का टीला हो या ढेरी कोई मैं की,
बोझ बढ़ जाए जिसका भी उसे तो ढहना पड़ता है।

जो जिसके पास है मधुकर वही बस काम आएगा,
सर्प का देख लो शिव को बनाना गहना पड़ता है।

ज़िन्दगी पर कविताएँ: ऐ जिंदगी तेरा सबक।

Hindi Poems On Life

ऐ जिंदगी तेरा सबक
ऐ जिंदगी तेरा सबक क्या लाज़वाब है,
ज़मीर की खातिर, गमों का दौर भी जरूरी है।

इस भाग-दौड़ से क्या हाँसिल हुआ अब तक,
इसका हिसाब करने को, इक ठौर भी जरूरी है।

जिस राह पर चले थे मंजिल को ढूंढने,
‘उसका मुकाम क्या है’, यह गौर भी जरूरी है।

बस प्यार के सहारे जीने चले थे हम,
अब जाके समझ आया, ‘कुछ और’ भी जरूरी है।

Hindi Poems On Life by famous poets: छोटी सी ज़िंदगी।

छोटी सी है ज़िन्दगी
हर बात में खुश रहो…

जो चेहरा पास न हो,
उसकी आवाज़ में खुश रहो…

कोई रूठा हो आपसे,
उसके अंदाज़ में खुश रहो…

जो लौट के नहीं आने वाले,
उनकी याद में खुश रहो…

कल किसने देखा है…
अपने आज में खुश रहो…

जिंदगी पर हिंदी कविताएं: लगता है ये संसार बस संसार है।

कभी लगता है इस जिन्दगी में खुशियां बेशुमार है,
तो कभी लगने लगता है जिन्दगी ही बेकार है।

कभी लगता है लोगो में बहुत प्यार है,
तो कभी लगता है रिश्तों में सिर्फ दरार है ।

कभी लगता है हम भी जिन्दगी जीने के लिए बेकरार है ,
तो कभी कभी लगता है सिर्फ हमे मौत का इंतजार है ।

कभी लगता है हमको भी उनसे प्यार है,
तो कभी लगता है सिर्फ प्यार का बुखार है।

कभी लगता है शायद उनको भी हमसे इजहार है,
फिर लगता है हम दोनों में तो सिर्फ तकरार है ।

कभी लगता है सब अपने ही यार है,
फिर लगता है इनमें भी छिपे गद्दार है ।

कभी लगता है कितना प्यारा संसार है ,
तो कभी लगता है ये संसार बस संसार है ।

Life Poems In Hindi: कर्तव्य की गठरी।

एक बात मन की दोस्तों तुमको बतानी है,
कुछ दर्द में डूबी फ़कत अपनी कहानी है।

ढूंढा जिसे उल्फ़त मुझे न कोई मिल सकी,
ग़म झेलती देखो तन्हा कब से जवानी है।

जिसके सहारे ज़िन्दगी की मार मैं सह लूँ,
मुहब्बत की न कोई पास में मेरे निशानी है।

दुनिया मेरे अरमान की तो कब से लुट चुकी,
कर्तव्य की गठरी फ़कत अब तो उठानी है।

अब किसी सावित्री का किस्सा नहीं मिलता,
तुम मान लो मधुकर कि वो शिक्षा पुरानी है।

Poems About Life And love in Hindi: नई सदी से मिल रही दर्द भरी सौगात।

नई सदी से मिल रही दर्द भरी सौगात,
बेटा कहता बाप से तेरी क्या औकात |

मंदिर में पूजा करें घर में करें क्लेश,
मां बाप तो बोझ लगे, पत्थर लगे गणेश |

बचे कहां अब शेष हैं दया, धर्म, ईमान
पत्थर के भगवान हैं पत्थर दिल इंसान |

पत्थर के भगवान को लगते छप्पन भोग
मर जाते हैं फुटपाथ पर भूखे प्यासे लोग |

Zindagi Poems In Life: ज़िंदगी कोई किताब होती।

काश जिंदगी मेरी कोई किताब होती,
जिक्र तुम्हारे पन्नो को में फाड़ देती ।

स्याही जिस कलम की ईसतमाल होती,
उस काँच की शीशी को में उजाड़ देती ।

सहारा क्यो दिया तुमने,
जबकि खुद को में संभाल लेती ।

हाँ गिरती कही बार,
चूने मेरे रास्तो पर,

लेकिन विश्वास है मुझे,
खुद को में संभाल जाती ।

दिखावे कि तुम्हारे उन बातो को,
काश,पहले ही में पहचान पाती ।

जाहिर कर देते वो राज़,
जो दिल मे थे तुम्हारे ।

सच कहती हूँ,
अपने जिक्र को भी
तुम्हारे ( जिन्दगी की ) किताब में टाल देती ।

Hindi Poem On Life: मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर।

तू जिंदगी को जी
उसे समझने की कोशिश न कर

सुंदर सपनो के ताने बाने बुन
उसमे उलझन की कोशिश न कर

चलते वक्त के साथ तु भी चल
उसमें सिमटने की कोशिश न कर

अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर

मन में चल रहे युद्ध को विराम दे
खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर

कुछ बाते भगवान पर छोड़ दे
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर

जो मिल गया उसी में खुश रह
जो सूकून छीन ले वो पाने कोशिश न कर

रास्ते की सुंदरता का लुफ्त उठा
मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर।

Hindi Poem For Life: जीवन की ढलने लगी साँझ।

जीवन की ढलने लगी सांझ
उमर घट गई
डगर कट गई
जीवन की ढलने लगी सांझ।

बदले हैं अर्थ
शब्द हुए व्यर्थ
शान्ति बिना खुशियाँ हैं बांझ।

सपनों में मीत
बिखरा संगीत
ठिठक रहे पांव और झिझक रही झांझ।
जीवन की ढलने लगी सांझ।

Best Hindi Poetry Lines: जालिम हुई है ज़िंदगी।

Hindi Poems On Life

अधूरी पड़ी है ज़िंदगी ना चैन आता है,
कोई कहीं ख्वाबों में मुझको बुलाता है।

साथ जन्मों का तो हरदम टीस देता है,
तुम भुलाओ ये मगर फिर भी सताता है।

ज़िन्दगानी में तो अक्सर लोग मिलते हैं,
हर कोई दिल में मगर थोड़े ही समाता है।

कांटों के संग में कभी रहना भी पड़ता है,
चाह के कोई घर में इन्हें थोड़े ही उगाता है।

जालिम हुई है ज़िंदगी अब क्या करे कोई,
मधुकर यहाँ हर पल कोई इंसा ठगाता है।

Hindi Poems on life values: ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा।

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा
क़ाफिला साथ और सफ़र तन्हा

अपने साये से चौंक जाते हैं
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा

रात भर बोलते हैं सन्नाटे
रात काटे कोई किधर तन्हा

दिन गुज़रता नहीं है लोगों में
रात होती नहीं बसर तन्हा

हमने दरवाज़े तक तो देखा था
फिर न जाने गए किधर तन्हा

Hindi Poetry On Love: ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी।

एक दिन सपना नींद से टूटा
खुशी का दरवाजा फिर से रूठा

मुड़ कर देखा तो वक्त खड़ा था
जिंदगी और मौत के बीच पड़ा था

दो पल ठहर के मेरे पास वह आया
पूछा मिली थी जो खुशी उसे क्यों ठुकराया

ऐसे में जब मैं हल्का सा मुस्कुराया
नजरें उठाई और तब सवाल ठुकराया

जवाब सुनकर वह भी रोने लगा
कहीं ना कहीं मेरे दर्द में खोने लगा

मेरे भाई हसा नहीं कभी खुद के लिए
जिया हो जिंदगी पर ना कभी अपने लिए

इस खुशी का एक ही इंसान मोहताज था
मेरी जान मेरी धड़कनों का वो ताज था..

आखिर खत्म हो गया एक किस्सा मेरी जिंदगानी का
पर नाज रहेगा हमेशा अपनी कहानी पर।

Hindi Poems On Life: लगन।

जरा सी मुहब्बत भी छूती है,
मन को तभी राम संग सीता जाती हैं।

वन को छाया अगर डालियां थोड़ी देंगी,
कुछ तो आराम आएगा तन को।

शीतलता चंदा की सुख दे रही है,
उसने मिटाया है दिन की अगन को।

अगर तुमने अपना किसी को कहा है,
मर के निभाना अपने वचन को वो हंसता है।

अगर उसी उलफत पे मधुकर
उसे कह दो हल्का ना समझे लगन को।

Hindi Poem On Life And Death: जीवन की ही जय हो।

मृषा मृत्यु का भय है
जीवन की ही जय है।

जीव की जड़ जमा रहा है
नित नव वैभव कमा रहा है
यह आत्मा अक्षय है
जीवन की ही जय है।

नया जन्म ही जग पाता है
मरण मूढ़-सा रह जाता है
एक बीज सौ उपजाता है
सृष्टा बड़ा सदय है
जीवन की ही जय है।

जीवन पर सौ बार मरूँ मैं
क्या इस धन को गाड़ धरूँ मैं
यदि न उचित उपयोग करूँ मैं
तो फिर महाप्रलय है
जीवन की ही जय है।

Hindi Poems On Life: छोटी सी है ज़िन्दगी।

छोटी सी है ज़िन्दगी
हर बात में खुश रहो…

जो चेहरा पास न हो,
उसकी आवाज़ में खुश रहो…

कोई रूठा हो आपसे,
उसके अंदाज़ में खुश रहो…

जो लौट के नहीं आने वाले,
उनकी याद में खुश रहो…

कल किसने देखा है…
अपने आज में खुश रहो…

Hindi Poem On Life: माना इक कमी सी है,जिंदगी थमीं सी हैं।

जो छूट गया उसका क्या मलाल करें,
जो हासिल है,चल उस से ही सवाल करें !!

बहुत दूर तक जाते है, याँदो के क़ाफ़िले,
फिर क्यों पुरानी याँदो मे सुबह से शाम करें ।

माना इक कमी सी है,जिंदगी थमीं सी हैं,
पर क्यों दिल की धड़कनों को दर-किनार करें!!

मिल ही जाएगा जीने का कोई नया बहाना,
आ ज़रा इत्मीनान से किसी ख़ास का इंतज़ार करें !!

Poems On Life: मैं जीवन में कुछ कर न सका।

मैं जीवन में कुछ न कर सका!
जग में अँधियारा छाया था,
मैं ज्‍वाला लेकर आया था
मैंने जलकर दी आयु बिता, पर जगती का तम हर न सका!
मैं जीवन में कुछ न कर सका!

अपनी ही आग बुझा लेता,
तो जी को धैर्य बँधा देता,
मधु का सागर लहराता था, लघु प्‍याला भी मैं भर न सका!
मैं जीवन में कुछ न कर सका!

बीता अवसर क्‍या आएगा,
मन जीवन भर पछताएगा,
मरना तो होगा ही मुझको, जब मरना था तब मर न सका!
मैं जीवन में कुछ न कर सका!

Hindi Poems On Life: टूटने की भी सीमा है।

मन की बात खुलकर के जहाँ पे कह नहीं सकते,
ऐसे हालातों में इंसान कभी खुश रह नहीं सकते।

तेरे नज़दीक आते हैं तो फ़कत रुसवा ही होते हैं,
सितम अपने परायों के और हम सह नहीं सकते।

तंग है सोच जिस घर में वहाँ रहना ना आसां है,
झील में कैसे भी चाहो ये तिनके बह नही सकते।

टूटने की भी सीमा है तुम भी सच जानते हो,
येज़मीं पर आ चुके हैं हम और तो ढह नहीं सकते।

ये सच है दूरियां मधुकर तुम्हें हर पल रूलाती हैं,
हम भी मज़बूर है लेकिन बता वजह नहीं सकते।

Best Hindi Poetry on life values: ख़ुद पे भरोसा रखना।

ज़िन्दगी के लिए इक ख़ास सलीक़ा रखना
अपनी उम्मीद को हर हाल में ज़िन्दा रखना

उसने हर बार अँधेरे में जलाया ख़ुद को
उसकी आदत थी सरे-राह उजाला रखना

आप क्या समझेंगे परवाज़ किसे कहते हैं।
आपका शौक़ है पिंजरे में परिंदा रखना

बंद कमरे में बदल जाओगे इक दिन लोगो
मेरी मानो तो खुला कोई दरीचा रखना

क्या पता राख़ में ज़िन्दा हो कोई चिंगारी
जल्दबाज़ी में कभी पॉव न अपना रखना

वक्त अच्छा हो तो बन जाते हैं साथी लेकिन
वक़्त मुश्किल हो तो बस ख़ुद पे भरोसा रखना

Best Hindi Poetry on love life: रिश्ते को विवाह का उपनाम नहीं दे पाता।

वो नाम तो जोड़ता है मेरा अपने साथ,
पर इस रिश्ते को कोई नाम नहीं दे पाता।

मोहब्बत तो उसे बेइंतहा बेहिसाब है मुझसे,
पर अफसोस मोहब्बत को अंजाम नहीं दे पाता।

कहता है जान जान अक्सर तन्हाई में मुझे,
हूँ जान उसकी ये शीर्ष सरेआम नहीं दे पाता

ज़िम्मेदारियाँ है मोहब्बत के कंधों पर बहुत,
वो मिलने तो आता है पर एक शाम नहीं दे पाता।

जकड़ा है जाति-धर्म की बेड़ियों ने उसे,
मजबूरियों के लिए किसी को इल्ज़ाम नहीं दे पाता।

मन की डोर ने बांध रखा है हमें एक-दूजे से,
पर इस बंधन को वो विवाह का उपनाम नहीं दे पाता।

Best Hindi Poems on truth of life: काल जीवन का।

मुहब्बत जिसने की मुझसे न संग उसने निभाया है,
अब तलक काल जीवन का ये मैंने तन्हा बिताया है।

सभी बस छल गए मुझको लुटा बैठा हूँ मैं अब तक,
खेल चालाकी का ना माँ बाप ने मुझको सिखाया है।

यूँ तो गहरा समुन्दर है फिर भी ना प्यास मिट पाई,
किसी ने जाम नज़रों का जो ना मुझको पिलाया है।

ज़रा नज़रें घुमा के देखो फ़कत मेला है लोगों का,
किसी हमदम से ना पर वक्त ने मुझको मिलाया है।

ठोकरें लगती रहती हैं सम्भलता रहता हूँ फिर भी,
मगर इस राहे मंजिल ने मुझको अक्सर गिराया है।

मैंने सेहरा की चाहत में गुलों को कुछ नहीं समझा,
हार कांटों का उनकी हाय ने मुझको दिलाया है।

वो पर्वत झुक नहीं सकता यकीं सबको यही था पर,
जलजले ने देख मधुकर उसको जड़ से हिलाया है।

hindi Poetry On Love life by famous poets: वो बचपन भी कितना सुहाना था।

वो बचपन भी कितना सुहाना था,
जिसका रोज एक नया फसाना था ।

कभी पापा के कंधो का,
तो कभी मां के आँचल का सहारा था।

कभी बेफिक्रे मिट्टी के खेल का,
तो कभी दोस्तो का साथ मस्ताना था ।

कभी नंगे पाँव वो दोड का,
तो कभी पतंग ना पकड़ पाने का पछतावा था ।

कभी बिन आँसू रोने का,
तो कभी बात मनवाने का बहाना था

सच कहूँ तो वो दिन ही हसीन थे,
ना कुछ छिपाना और दिल मे जो आए बताना था ।

Sad hindi Poetry On life for women: किस किस ने कुचला है मेरे अरमान बताऊ क्या।

किस किस ने कुचला है मेरे अरमान बताऊ क्या?
अपनी जिंदगी की किताब खोलूं,
और एक एक पन्ना पढ़कर सुनाऊं क्या?
जिस आंगन में बचपन खेला वो मेरा नहीं था।
जो अपना घर है
उस घर की परेशानी बताऊं क्या?
सबकी नज़र में मेरा खामोश रहना बेहतर है।
मैं घुंघट हटा दें।
आंखों से बहता पानी दिखाऊं क्या?
किसी को नहीं जानना समझना मेरी भी कुछ चाहत है।
कभी कभी सोचती हूं।
दीवारों से सर टकराऊं क्या?
किस किस ने….

Beautiful hindi Poetry On life: कभी खुद से भी मिला कीजिये।

कभी खुद से भी मिला कीजिये
न चादर बड़ी कीजिये,
न ख्वाहिशें दफन कीजिये,
चार दिन की ज़िन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये…

न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसी को कीजिये,
कोई लाख गलत भी बोले,
बस मुस्कुरा कर छोड़ दीजिये…

न रूठा किसी से कीजिये,
न झूठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुरसत के पल निकालिये,
कभी खुद से भी मिला कीजिये..

Beautiful hindi Poetry On relationship: हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो मुझे कभी टूटने ना दे।
जिंदगी से मुझे रूठने ना दे।
हर कोई छोड़ दें साथ मेरा।
वो अपना हाथ छूटने ना दे।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो कहे मुझसे घबराना मत।
जो कहे मुझसे हार जाना मत।
दर्द मिलेंगे तुमको हजारों अभी।
आंखों में आँसू कभी लाना मत।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो मेरे हारने पर भी हाथ थाम ले।
मेरे दिल का दर्द बिन कहे पहचान ले।
हो जाऊं गुमनाम मैं इस दुनिया में।
लेकिन वो बहुत प्यार से मेरा नाम ले।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

New hindi Poetry On life values: बोझ ये सारे।

फूल को अपनी खुशबू का पता थोड़े ही होता है,
खुशी को बाँटता है वो फिर भी तन्हा ही रोता है।

किसी के होंठो पे मुस्कान जो भी ले के आता है,
उसी से जान लो वो कितना अपना चैन खोता है।

वो जो इतनी अकड़ अपनी ज़माने को दिखाता है,
न जाने कितने लोगों के चरण हँस हँस के धोता है।

ज़िंदगी दूध की माफिक ही अपना रूप धरती है,
वही माखन भी पाता है जो कि इसको बिलोता है।

अपने ग़म गलत करने को उसने साथ मांगा था,
मगर अब बोझ ये सारे फ़कत मधुकर ही ढोता है।

True hindi Poems On life: ल एक झलक ज़िंदगी को देखा।

कल एक झलक ज़िंदगी को देखा,
वो राहों पे मेरी गुनगुना रही थी,

फिर ढूँढा उसे इधर उधर
वो आँख मिचौली कर मुस्कुरा रही थी,

एक अरसे के बाद आया मुझे क़रार,
वो सहला के मुझे सुला रही थी

हम दोनों क्यूँ ख़फ़ा हैं एक दूसरे से
मैं उसे और वो मुझे समझा रही थी,

मैंने पूछ लिया- क्यों इतना दर्द दिया
कमबख्त तूने,

वो हँसी और बोली- मैं जिंदगी हूँ पगले
तुझे जीना सिखा रही थी।

Hindi Poems On life Inspiration: खुद में पहले इंसान ढूंढे।

अब कौन रोज़ रोज़ ख़ुदा ढूंढे,
जिसको न मिले वही ढूंढे ..

रात आयी है, सुबह भी होगी,
आधी रात में कौन सुबह ढूंढे..

जिंदगी है जी खोल कर जियो,
रोज़ रोज़ क्यों जीने की वजह ढूंढ़े..

चलते फिरते पत्थरों के शहर में,
पत्थर खुद पत्थरों में भगवान ढूंढ़े..

धरती को जन्नत बनाना है अगर,
हर शख्स खुद में पहले इंसान ढूंढे…!!!

Heart Touching hindi Poetry On life: भाग्य ना कोई बच सका है।

वक्त की ज़द में कुछ भी हो तुम फिर भी रहना पड़ता है,
तेरे बिन इस तन्हाई का ग़म मुझको भी सहना पड़ता है।

कितना भी कोई संयम रख ले दर्द तो दिल में होता है,
पीर बढे जब हद से ज्यादा उसको तो कहना पड़ता है।

कितनी सूरत मिलती हैं इस नदिया को निज जीवन में,
इसके जल को लेकिन फिर भी हरदम बहना पड़ता है।

कितना भी कोई गर्व करें सब कुछ नश्वर है जीवन में,
इंसानी हस्ती को इस जग में एक दिन ढहना पड़ता है।

भाग्य ना कोई बांच सका है मधुकर इंसा का धरती पर,
जो भी किस्मत से मिलता है बस वो ही गहना पड़ता है।

Heart Touching hindi Poetry On sad lives: ज़िन्दगी जीना सीखा रही थी।

Hindi Poems On Life

सोचता हूं मैं अक्सर क्या जिंदगी यही है।
सब कुछ तो है पास पर कुछ भी नहीं है

कहने को तो सारी दुनिया ही अपनी है।
पर इस दुनिया में कोई भी अपना नहीं है

रिश्ते रह गए हैं बस नाम के दुनिया में
अपना पन अब कहीं बचा ही नहीं है

जीवन में उलझन ही उलझन हैं।
क्या इनका कोई हल ही नहीं है

यहां झूठ फरेब का जोर है हर सु
क्या इंसान कुछ समझता नहीं है..

Hindi Poetry on life values: मै जो चाहता हूँ वो क्यों नहीं होता।

किसी दिन जिंदगानी में करिश्मा क्यूँ नहीं होता
मैं हर दिन जाग तो जाता हूँ ज़िंदा क्यूँ नहीं होता

मिरी इक जिंदगी के कितने हिस्से-दार हैं लेकिन
किसी की ज़िंदगी में मेरा हिस्सा क्यूँ नहीं होता

जहाँ में यूँ तो होने को बहुत कुछ होता रहता है
मैं जैसा सोचता हूँ कुछ भी वैसा क्यूँ नहीं होता

हमेशा तंज़ करते हैं तबीयत पूछने वाले
तुम अच्छा क्यूँ नहीं करते मैं अच्छा क्यूँ नहीं होता

ज़माने भर के लोगों को किया है मुब्तला तू ने
जो तेरा हो गया तू भी उसी का क्यूँ नहीं होता।

Best Short Kavita On Life In Hindi: छांव भी जरूरी है।

ज़िन्दगी सीधे साधे चलना ठीक नही
उबड़ खाबड़ पड़ाव भी जरूरी है,
तैरते तैरते बाजू थक जाएंगे
एक पल के लिए नाव भी जरूरी है,
बदलाव भी जरूरी
ये घाव भी जरूरी है,
इतनी धूप अच्छी नेही
थोड़ी छांव भी जरूरी है..!

हद-ए-शहर से निकली तो,
गांव-गांव चली..
कुछ यादें मेरे संग,
पांव-पांव चली..!
सफर जो धूप का किया तो,
तजुर्बा हुआ..
वो ज़िन्दगी ही क्या जो,
छांव-छांव चली..!!

Hindi Poems On life Inspirations in hindi: खुद को ढूढना अभी बाकी है।

खुद को ढूढना अभी बाकी है
दर्द जो कहना अभी बाकी है,
बहुत सहा पर और सहना अभी बाकी है,
करते रहे खिदमत सभी की,
पर खुद की खिदमत करना अभी बाकी है,
जिये तो बहुत सबके लिए

पर अपने लिए जीना अभी बाकी है,
तोहमत है कि खुदगर्ज हैं हम,
पर खुदगर्ज बनना अभी बाकी है,
अधूरे जो ख्वाब रह गए,
उन्हें पूरा करना अभी बाकी है,
टूट के बिखरने लगे थे हम,

पर फिर से उठने की चाहत अभी बाकी है,
कहने को तो जिंदा हैं हम,
पर जिंदगी जीना अभी बाकी है,
कहते हैं कि अपनी भी एक दुनिया है,
पर इसमे खुद को ढूढना अभी बाकी है।

Beautiful hindi Poetry On life: जी भर आता है तो रो देते हैं गम नहीं रखते।

सीधे सादे से हैं कुछ पेंच-ओ-खम नहीं रखते
जी भर आता है तो रो देते हैं गम नहीं रखते।

खुली क़िताब हैं हम, पर्दादारी नहीं है कोई
जो कहना है कह देते हैं, भरम नहीं रखते।

दर्द जिसका हो छलकती है आंख अपनी भी
हो दुआ या कि मोहब्बत हो कम नहीं रखते।

दुश्मनी नफरत गिला या कि शिक़वा दिल में
रखने वाले छुपा के रखते हों हम नहीं रखते।

खुश तो हो लेते हैं याद करके मुरव्वतें उनकी
बेदिली को भूल जाते हैं आँख नम नहीं रखते।

Beautiful hindi Poem On relationship: हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो मुझे कभी टूटने ना दे।
जिंदगी से मुझे रूठने ना दे।
हर कोई छोड़ दें साथ मेरा।
वो अपना हाथ छूटने ना दे।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो कहे मुझसे घबराना मत।
जो कहे मुझसे हार जाना मत।
दर्द मिलेंगे तुमको हजारों अभी।
आंखों में आँसू कभी लाना मत।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

जो मेरे हारने पर भी हाथ थाम ले।
मेरे दिल का दर्द बिन कहे पहचान ले।
हो जाऊं गुमनाम मैं इस दुनिया में।
लेकिन वो बहुत प्यार से मेरा नाम ले।

हाँ मुझको एक ऐसे साथ की जरूरत है।

New hindi Poem On life values: ज़िन्दगी जीने के लिये भी वक्त नहीं।

हर खुशी है लोगों के दामन में,
पर एक हँसी के लिये वक्त नहीं,
दिन रात दौड़ती दुनिया में,
ज़िन्दगी के लिये ही वक्त नहीं।
माँ की लोरी का एहसास तो है,
पर माँ को माँ कहने का वक्त नहीं,
सारे रिश्तों को तो हम मार चुके,
अब उन्हें दफनाने का भी वक्त नहीं।
सारे नाम मोबाईल में है,
पर दोस्ती के लिये वक्त नहीं,
गैरों की क्या बात करें,
जब अपनों के लिये ही वक्त नहीं।
आँखों में है जींद बड़ी,
पर सोने का वक्त नहीं
दिल है गमों से भरा हुआ,
पर रोने का भी वक्त नहीं।
पैसों की दौड़ में ऐसे दौंड़े,
कि थकने का भी वक्त नहीं
पराये एहसानों की क्या कद्र करें,
जब अपने सपनों के लिये ही वक्त नहीं।
तु ही बता ए ज़िन्दगी,
इस ज़िन्दगी का क्या होगा?
कि हर पल मरने वालों को,
जीने के लिये भी वक्त नहीं…

True Poems On life: समझ लेना।

True Poems On life

ज़िन्दगी के किसी दौर में
जब तुम खुद को अकेले पाओ,
तो खुद को चाँद समझ लेना
जो अकेले ही स्याह रातों को उजियारीत करता है….

जब मंज़िल दूर लगे
और पग पग पर भी ठोकर लगे,
तो खुद को दीवार पर चढ़ती नन्ही चींटी समझ लेना
जो सौ बार फिसलती है पर हिम्मत नही खोती है…..

जब राहों में कॉँटे ही काँटे हो
और मुश्किलों के पत्थर राह रोकें हो,
तो खुद को वो शिल्पकार समझ लेना
जो पत्थर को तराशकर ईश्वर बना दे….

जब हो रहा हो मन हताश
और विश्वास में न रहे कोई आस,
तब खुद को बच्चा समझ लेना
और हर मन को सच्चा समझ लेना….

Heart Touching hindi Poem On life: चोट ।


जिंदगी में गर सोचिए तो
कुछ कभी पूरा होता नहीं…
अपनों से जब चोट लगती
आदमी खुलकर रोता नहीं…
मीठे फल जो खाना चाहे
वो कड़वे बीज बोता नहीं…
चिंताओं की उधेड़बुन में
कोई रात भर सोता नहीं…
जो हमेशा है दिख रहा
वो वास्तव में होता नहीं…
जो वास्तव में सदा होता
वो सामने से दिखता नहीं…
पूर्णविराम रखे उड़ान पर
उड़ने से कुछ मिलता नहीं…
हमेशा खुशी से ही हम रहे
दुःखी कभी हँस पाता नहीं…

Hindi Poems On life Inspirations: खुद को ढूढना अभी बाकी है।

दर्द जो कहना अभी बाकी है,
बहुत सहा पर और सहना अभी बाकी है,
करते रहे खिदमत सभी की,
पर खुद की खिदमत करना अभी बाकी है,
जिये तो बहुत सबके लिए
पर अपने लिए जीना अभी बाकी है,
तोहमत है कि खुदगर्ज हैं हम,
पर खुदगर्ज बनना अभी बाकी है,
अधूरे जो ख्वाब रह गए,
उन्हें पूरा करना अभी बाकी है,
टूट के बिखरने लगे थे हम,
पर फिर से उठने की चाहत अभी बाकी है,
कहने को तो जिंदा हैं हम,
पर जिंदगी जीना अभी बाकी है,
कहते हैं कि अपनी भी एक दुनिया है,
पर इसमे खुद को ढूढना अभी बाकी है।

READ MORE:

Madhav Jha

Madhav Jha loves blogging and is an expert in search engine optimisation (SEO). He loves writing about Shayari, Status, and so on.

Leave a Comment