Paisa Shayari in Hindi सिर्फ शायरी नहीं, वो सच्चाई है जो अक्सर शब्दों में नहीं कही जाती — जब रिश्तों की नींव पैसे से डगमगाने लगती है। प्यार, दोस्ती, भरोसा — इन सबका वज़न अब दिल से नहीं, जेब से मापा जाने लगा है। जब कोई कहता है, “औकात दिखा दूंगा,” तो उसका मतलब भावनाओं से नहीं, बैंक बैलेंस से होता है। और यही बदलाव इन शायरियों में महसूस होता है।
आज जब इंसान की कीमत उसकी EMI से और रिश्तों की गहराई उसकी गिफ्ट वैल्यू से आंकी जाती है, तो दिल से निकली ऐसी बातें अल्फ़ाज़ में ढलती हैं। इस पोस्ट में आपको ऐसी Shayari मिलेगी जो सच्चाई को बिना किसी बनावट के बयां करती है — जो कहीं न कहीं आपकी भी कहानी हो सकती है।
💬 अगर आप रिश्तों में खुद्दारी, attitude और self-respect की गूंज महसूस करना चाहते हैं, तो Attitude Shayari for Boys – बेधड़क और दमदार अंदाज़ वाली शायरी ज़रूर पढ़ें।
- 1 Paisa Shayari in Hindi – दिल को छू लेने वाली लाइने
- 2 Paisa Attitude Shayari in Hindi
- 3 Dosti aur Paisa Shayari
- 4 Pyar aur Paisa Shayari
- 5 Paisa Sab Kuch Nahi Hota Shayari
- 6 Paisa Shayari for Instagram Caption
- 7 ✔️ Paisa Shayari in Hindi – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- 8 📌 निष्कर्ष – पैसा सब कुछ नहीं, But It’s In Everything
Paisa Shayari in Hindi – दिल को छू लेने वाली लाइने
जब ज़िंदगी के फैसले पैसों की मर्ज़ी से होने लगें, तब रिश्ते, जज़्बात और भरोसा सब कुछ पीछे छूट जाता है। Paisa Shayari in Hindi उन लम्हों को बयां करती है जब इंसान का वजूद कीमत से नहीं, कीमत के हिसाब से तय किया जाने लगता है। ये शायरी आपके दिल को छूएगी और सच्चाई का आइना दिखाएगी।

पैसा भी क्या चीज़ है, हर दिल को तोलता है,
इंसान की पहचान को चुपचाप बदलता है,
रिश्तों में भी अब तो इसका ही असर है,
दिल नहीं, जेब देख के हर कोई चलता है।
जिसे देखो वो पैसे के पीछे भागे,
इंसानियत छोड़, रिश्तों को भी लागे,
सपने भी अब बिकते हैं बाज़ार में,
क्योंकि अब दिल नहीं, दाम लागे।
पैसे ने बना दिया सबको खुदगर्ज़,
रिश्तों में अब कहाँ रही है तर्ज,
चाहत भी अब सौदों में ढल गई,
इंसानियत कहीं दूर निकल गई।
पैसा नहीं तो कोई पूछता नहीं,
हो पास तो सब रिश्ते रूठता नहीं,
दौलत ही अब धर्म बन गई है,
इंसानियत तो कहीं गुम हो गई है।
पैसा हाथ का मैल है कहते थे पहले,
अब तो ये इज्ज़त का पैमाना है जैसे,
जिसके पास है, वो राजा बना,
बाकी सब गरीब समझे जैसे।
खुशियाँ भी अब खरीदी जाती हैं,
हर चीज़ अब बोली में आती है,
जिसके पास पैसा होता है,
दुनिया उसी की लगती है।
पैसे ने दिलों को दूर किया,
हर रिश्ते को मजबूर किया,
जहाँ प्यार था, अब सौदा है,
ज़मीर बेचने का भी इरादा है।
जिसके पास पैसा है, वही खास है,
बाकी सब तो बस एक एहसास है,
दौलत ही अब इज्ज़त दिलाती है,
वरना सच्चाई भी रोती है।
रुपया आए तो रिश्ते बनते हैं,
वरना सब बहाने ढूंढते हैं,
खून के रिश्ते भी बिक जाते हैं,
जब सिक्के खनकते हैं।
पैसा नहीं तो दुनिया अनजान है,
पास है तो सब पहचान है,
यह मोहब्बत का नहीं,
दौलत का ही ज़माना है।
जिसे देखो वो पैसा कमाने चला है,
इंसानियत का नकाब उठाने चला है,
रिश्ते, दोस्ती सब पीछे छूटे,
सिर्फ दौलत ही अब सबसे आगे चला है।
खुशियाँ अब जेब से निकाली जाती हैं,
मुस्कान अब नोटों में तोली जाती है,
दिलों की अहमियत ख़त्म हो गई,
अब तो कीमतें ही बोली जाती हैं।
ज़िन्दगी की दौड़ में सब भागे,
किसी को रिश्ते याद ना लागे,
बस पैसों की चाहत में उलझे हैं,
दिल के जज़्बात सब सुलझे हैं।
पैसे की इस भीड़ में खो गया इंसान,
दिलों का मेल बन गया सामान,
हर चीज़ अब सौदे में बिकती है,
इंसानियत भी बोली लगाती है।
पैसा हो तो दुश्मन भी दोस्त बन जाए,
ना हो तो अपनों का भी साथ छूट जाए,
ये दुनिया अब दिल नहीं देखती,
सिर्फ जेबों का हाल पूछती है।
पैसे की भूख ने सबको पागल किया,
हर रिश्ते को जैसे सौदा बना दिया,
जिसे देखो वो कमाने में लगा है,
इंसानियत कहीं कोने में छिपा है।
पैसा प्यार नहीं दे सकता,
रिश्तों को नज़दीक नहीं ला सकता,
ये तो बस सुविधा देता है,
पर सुकून नहीं ला सकता।
पैसा हो तो सब कुछ आसान लगे,
ना हो तो ज़िन्दगी एक सवाल लगे,
यह कड़वा सच है इस दौर का,
पैसा ही अब भगवान लगे।
दौलत से हर चीज़ मिल सकती है,
पर सच्चा दिल नहीं, ये सच्चाई है,
रिश्ते अगर पैसों से बनते,
तो दिल कब का टूट गया होता।
पैसे की रफ़्तार में सब दौड़ रहे हैं,
रिश्तों को पीछे छोड़ रहे हैं,
कभी रुक कर सोचना ज़रूर,
क्या वाकई हम जी रहे हैं?
Paisa Attitude Shayari in Hindi
पैसों से भरा जेब कई बार दिल को भी भारी कर देता है। जो लोग खुद को सिर्फ अपनी दौलत से पहचानते हैं, उनके लिए ये Attitude Shayari एक जवाब है — जहां शब्दों में अकड़ नहीं, बल्कि सच्चाई की झलक है।

पैसे की बात कर, दिल की नहीं,
यहाँ नोट चलते हैं, जज़्बात नहीं।
जैसे जेब भारी, वैसा रुतबा,
बाकी सब तो सिर्फ दिखावा है खुदा।
मेरे पास पैसा है, ऐटिट्यूड तो होगा,
जिससे डरते हो, वो मैं रोज़ सोता।
क़ीमत मेरी नोटों में नहीं मापी जाती,
स्टाइल मेरा खुदा भी कॉपी न कर पाता।
जिस दिन पैसा उड़ाने का मन किया,
उस दिन तेरी औकात बिक जाएगी।
बात जब ऐटिट्यूड की होती है,
तो महफिल खुद झुक के आएगी।
हमसे जलने वालों की तादाद बढ़ रही है,
क्योंकि हमारे पास दौलत और swag दोनों चढ़ रही है।
पैसा तो औकात दिखाने का ज़रिया है,
वरना नाम से ही काफी हैं बदनामी के लिए।
जेब भारी है इसलिए तो बोलते कम हैं,
वरना जुबान भी तलवार से कम नहीं हम हैं।
पैसा हमारा स्टाइल है,
औकात तो बस एक ट्रेलर है भाई।
रुतबा देख मेरा, पैसा बोले मेरे हाथ से,
कभी देख दिल से, ये बाज़ीगर चाल से।
जो सोचते हैं मैं बदल गया,
उन्हें नहीं पता मैं level पे चल गया।
ना attitude बेचते हैं,
ना अपना swag कम करते हैं,
पैसा खुद बोलता है हमारे बारे में,
हम तो बस मुस्कुरा कर चलते हैं।
मेरे पास पैसा भी है, टाइम भी है,
जो नफ़रत करे, उसके लिए लाइम भी है।
ऐटिट्यूड तो खून में है मेरे,
जो जलते हैं वो अब राख में मिलते हैं।
पैसे का रुतबा भी कुछ अलग ही होता है,
शब्द कम और असर गहरा होता है।
जो बात हम पैसे से करते हैं,
वो दुनिया सालों में नहीं समझती।
बात अगर पैसे की है,
तो नाम हमारा ही सबसे ऊपर आएगा।
और जो attitude की बात करे,
वो भी हाथ जोड़ कर समझाएगा।
पैसे की बारिश में खुद को भीगने दो,
जो जलते हैं उन्हें जलने दो।
हमारी औकात तो वो है,
जो आज देख रहे हैं, वो हमने फेंका है।
पैसा है तो दुनिया सलाम करती है,
वरना औकात बताने में देर नहीं लगती है।
हम वो हैं जो पैसों को चला दें,
और रुतबे से दुनिया हिला दें।
पैसा कमाने का हुनर रखते हैं,
खुद की कीमत खुद तय करते हैं।
जिनके लिए हम खामोश हैं आज,
कल उनके मुंह बंद कर देंगे हम।
जिस दिन हमारा ऐटिट्यूड एक्टिव हो गया,
तेरे जैसे कई offline हो जाएंगे।
पैसा हमारे लिए बस ज़रिया है,
असल ताकत तो नाम में है।
हम पैसे से खेलते हैं,
और ऐटिट्यूड से चलते हैं।
जिन्हें लगता है हम गिर गए,
उन्हें नहीं पता हम उड़ते हैं।
पैसा जेब में है, शौक दिल में,
औकात तेरी बस जुबां में।
जिस दिन हिसाब लेंगे,
उस दिन तेरा नाम भी मिटा देंगे।
हम पैसे से लोगों के चेहरों पे हँसी लाते हैं,
और attitude से दुश्मनों को जलाते हैं।
तू सोचता है हमें गिरा देगा?
भाई हम नीचे से ही उड़ान भरते हैं।
रुतबा हमारा देखकर जो जलते हैं,
उन्हें पैसों की आँच दिखाते हैं।
हम स्टेटस नहीं बदलते,
हम तो खुद स्टेटस बन जाते हैं।
हम पैसों के नहीं, अपने जुनून के मालिक हैं,
ऐसे नहीं जो दिखे, वैसे चालाक हैं।
पैसा और attitude साथ में है,
इसलिए सामने वाला बेबस है।
हम वो लोग हैं जो silence में भी रुतबा रखते हैं,
और पैसों में भी तमीज़ रखते हैं।
किसी की नज़र में चढ़ना हमारा शौक नहीं,
पर उतरना भी किसी के बस की बात नहीं।
Paisa aur Aukaat wali Shayari
जब किसी की हैसियत उसके पैसों से आंकी जाए, तो ‘औकात’ की परिभाषा भी बदल जाती है। यहां दी गई शायरियां दिखाती हैं कि असली औकात दौलत से नहीं, सोच से होती है।
पैसा कमाया है शोहरत नहीं चुराई,
औकात अपनी खुद बनाई।
जिसे तुम गुरूर समझते हो,
वो मेरी जिंदगी की सच्चाई है।
औकात की बात मत कर बेटा,
हम वहाँ खड़े होते हैं जहाँ नक़्शे नहीं होते।
पैसा आज भी जेब में भारी है,
और नाम का तो तू बस सपना देख।
हम पैसे से औकात नहीं दिखाते,
हमारा नाम ही काफी है जलाने के लिए।
जिनके लिए काम किया,
वो भी कहते हैं – “भाई तेरी बात अलग है।”
औकात तो वो दिखाते हैं जो कमजोर होते हैं,
हम तो खामोशी में भी रुतबा रखते हैं।
पैसा तो बहुत कमाया है,
अब इज़्ज़त खरीदने का इरादा है।
पैसा हाथ में है, दिमाग में नहीं,
इसलिए ही बहुतों की औकात नहीं।
हम वो हैं जो खुद अपनी क़ीमत तय करते हैं,
बाकी लोग बस रेट पूछते रह जाते हैं।
औकात की बात मत कर,
तू किराए की गाड़ी से उतरा है।
हमने उस गली में नाम कमाया है,
जहाँ लोग पहचान से डरते हैं।
तू अपनी औकात में रहना सीख,
हमारे जैसे बनने के लिए जनम लगते हैं।
पैसे से खेलते हैं, और इज्ज़त से चलते हैं,
तेरे जैसे रोज़ सपनों में पलते हैं।
हम पैसों से नहीं, अपनी औकात से चलते हैं,
जो दिल में आए वही करते हैं।
शौक भी बड़े हैं और सोच भी ऊँची,
बाकी लोग तो बस बातों में रहते हैं।
औकात की बात उन लोगों से करते हैं,
जिन्होंने अपनी पहचान खुद बनाई हो।
पैसा तो बहुतों के पास होता है,
पर रुतबा नहीं हर किसी की किस्मत में।
जिसे तुम दौलत कहते हो,
हम उसे औकात कहते हैं।
हमारा पैसा बोलता नहीं,
सीधा असर करता है।
हमने पैसा कमाने के लिए नहीं,
औकात बनाने के लिए जीना सीखा है।
जो लोग कल तक नजरअंदाज़ करते थे,
आज वो नजरें नहीं मिलाते।
औकात की लड़ाई में हम अकेले ही काफी हैं,
भीड़ में रहकर तो हर कोई शेर बनता है।
पैसा हमारा गुलाम है,
हम किसी के एहसान में नहीं रहते।
बोलने से पहले औकात देख,
वरना जवाब भी तमीज़ भूल जाएगा।
हम तो वो हैं जो बिना बोले रुतबा रखते हैं,
और बिना दिखाए पैसा चलाते हैं।
पैसा तो बहुतों के पास होता है,
पर औकात नहीं।
हमारी चुप्पी भी चर्चा बन जाती है,
तेरी आवाज़ भी किसी काम की नहीं।
हम वो सिक्का नहीं जो हर किसी की जेब में आए,
हम वो रुतबा हैं जो हर किसी की समझ में न आए।
पैसे की क्या बात करें,
तेरे ख्वाबों से भी ज्यादा कमाते हैं।
औकात तो तू बता रहा है अपनी,
और नाम हमारा चल रहा है गली-गली।
हमने पैसा भी कमाया, इज्ज़त भी पाई,
अब बस तुझसे दूरी बनाए रखनी आई।
पैसा जेब में है, इसलिए तू बोले जा रहा है,
कभी औकात में आ, फिर बात कर।
हमने वक़्त को भी सिखाया है चलना,
तेरे जैसे तो बस गुज़र जाते हैं।
हम पैसे से नहीं, नजरिए से अमीर हैं,
औकात हमारी हर मुकाम पर तगड़ी है।
जिसे तू attitude समझता है,
वो तो बस हमारी daily life है।
औकात की बातें तुझसे नहीं होती,
हम उस ज़मीन पर चलते हैं, जहाँ तेरी सोच भी नहीं।
पैसा कमाते हैं चुपचाप,
और नाम होता है हर बात पर।
पैसा भी है, शोहरत भी है,
औकात तो पहले दिन से है।
अब ज़ुबान नहीं चलाते हम,
काम ही हमारी पहचान बनते हैं।
Paisa ke Ghamand par Shayari
पैसे का घमंड रिश्तों को चुभता है। ये शायरी उन लोगों के लिए है जो पैसों की वजह से खुद को सब कुछ समझने लगे हैं — और दूसरों को कुछ नहीं।

पैसे का घमंड ना कर ए बंदे,
वक़्त सबका आता है एक दिन बदल के।
जो आज तुझे सलाम कर रहे हैं,
कल तुझे पहचानने से भी मना कर देंगे।
पैसे से खुद को खुदा मत समझ,
अभी वक़्त है, पलट भी सकता है।
जो तेरा आज है, वो किसी और का कल होगा,
घमंड मत कर, सब मिट्टी में मिल जाता है।
जिसे तू दौलत समझ बैठा है,
वो कुछ भी नहीं अगर नीयत सच्ची नहीं।
घमंड पैसे का ना कर,
ये आज है, कल किसी और का भी हो सकता है।
पैसा तो हाथ का मैल है,
घमंड करोगे तो सब फेल है।
औकात उसी की होती है,
जिसका ज़मीर अब भी जेल है।
पैसे का घमंड मत कर,
कफन में जेब नहीं होती।
इंसान वही जो इंसान रहे,
वरना दौलत में हैवान भी पलते हैं।
पैसा आ गया तो खुद को खुदा मत समझ,
घमंड का नशा सबसे बड़ा धोखा है।
वक़्त के पास सबका हिसाब होता है,
आज तू ऊपर है, कल ज़मीन पर हो सकता है।
जिस पैसे पर तुझे घमंड है,
उसी से कल कोई तेरा मुँह बंद करेगा।
मत भूल, जो आज हाथ में है,
वो कल किसी और की ताकत बनेगा।
पैसे का घमंड लेकर चलना छोड़ दे,
वरना खुद्दार लोग आईना दिखा देंगे।
ये दुनिया तालियाँ नहीं बजाती,
जब तेरा वक़्त बदल जाएगा, अकेला छोड़ देगी।
किसी के पास पैसा है,
इसलिए घमंड करता है।
भूल गया वो कि दौलत
तो ताश का पत्ता है, हवा से गिरता है।
मत कर घमंड दौलत पर,
वक़्त सबका बदलता है।
आज जो नीचे हैं,
कल वो आसमान छूते हैं।
जिस पैसे पर तुझे नाज़ है,
वो कभी औरों के पैरों में भी था।
घमंड उसी का करना,
जिसे वक़्त छीन न सके।
पैसा है आज, पर कल क्या होगा?
घमंड की इमारत कितनी देर टिकेगी?
जो ज़मीर बेचकर कमाया,
वो कभी चैन नहीं देगा।
पैसे के घमंड में रिश्ते तोड़ बैठे,
अब तन्हा बैठ कर क्या गिन रहे हैं?
दौलत सब कुछ नहीं होती,
इंसान वही जो दिलों में बसा हो।
घमंड पैसे का है तुझको,
पर याद रख, वक़्त हर सिक्के को उलटता है।
जो आज तेरा है,
वो कल किसी और का भी हो सकता है।
मत इतराना पैसे पर इतना,
वो वक्त दूर नहीं जब सब छिन जाएगा।
जिंदगी जब हिसाब मांगती है,
तो दौलत नहीं, किरदार काम आता है।
पैसा कमाना बड़ी बात नहीं,
इंसान बने रहना मुश्किल है।
घमंड दिखा के क्या मिलेगा,
जब तेरा खुदा भी तुझसे रूठ जाएगा?
जो पैसों में खुद को देखता है,
वो आईना भूल जाता है।
घमंड में चूर रहो मत इतना,
कि गिरने का एहसास भी न हो।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
ये बात तुझे वक़्त बताएगा।
आज जो इतराता फिरता है,
कल तन्हा रह जाएगा।
मत कर घमंड अपने पैसे पर,
क्योंकि मौत सबकी औकात बराबर कर देती है।
जो आज ताज पहनता है,
वो कल मिट्टी तले सोता है।
घमंड कर पैसे का जितना कर सकता है,
पर वक्त के आगे सब झुकते हैं।
आज तू ऊपर है, तो कल नीचे होगा,
ये सच है, जो सब भुगतते हैं।
Dosti aur Paisa Shayari
पैसा और दोस्ती का रिश्ता जितना नाज़ुक है, उतना ही सच्चा भी। जब दोस्ती पर पैसा भारी पड़ने लगे, तो दिल टूटते हैं और भरोसे की दीवारें गिर जाती हैं।
💬 अगर आपने भी कभी दोस्ती के रिश्ते में भावनाओं को महसूस किया है, तो Friendship Shayari in Hindi – दिल से जुड़ी दोस्ती की शायरी आपके लिए है।

पैसे से रिश्ते खरीद सकते हो,
पर दोस्ती नहीं मिलती साहब।
सच्चा दोस्त वही है जो बिना मतलब के,
तेरे साथ खड़ा हो हर हालात में।
दोस्ती में पैसा आ गया,
तो रिश्ते बदल जाते हैं।
जहाँ दिल से निभाई जाती थी बातें,
अब वहाँ हिसाब लग जाते हैं।
पैसा भी क्या चीज़ है यारो,
अक्सर सच्ची दोस्ती तोड़ देता है।
जिसे साथ जीना था उम्र भर,
उसे नोटों से जोड़ देता है।
सच्चा दोस्त कभी पैसों में नहीं तोलता,
वो तेरे हालात में भी साथ चलता।
पैसे वाले तो भीड़ में मिलते हैं,
दोस्त तो किस्मत से मिलते हैं।
पैसा आया तो सब भाई बन गए,
पर जब गिरा तो कोई नजर न आया।
असल दोस्त तो वही है,
जो खाली जेब में भी मुस्कराया।
पैसे से बढ़कर कुछ है तो वो दोस्ती है,
वरना तो सब रिश्ते मतलब की बोली हैं।
जिसके साथ भूखा हंसा था,
वो ही सबसे अमीर दोस्त है मेरा।
दोस्ती अगर दिल से हो,
तो पैसा भी दुश्मन नहीं बनता।
पर अगर नीयत में फर्क हो,
तो नोटों से भी नफ़रत जन्म लेती है।
दोस्ती वो खज़ाना है,
जो पैसों से नहीं मिलता।
वरना तो नोट तो हर किसी के पास हैं,
पर सच्चे दोस्त नहीं।
दोस्ती में ना लाओ पैसों की बात,
यह रिश्ता है दिलों का, सौदे का नहीं।
जिन्होंने दोस्ती को दांव पर लगाया,
वो उम्र भर अकेले रह गए।
पैसा तो हर कोई कमा लेता है,
पर दोस्त नहीं।
क्योंकि दोस्ती दिल से होती है,
जेब देखकर नहीं।
पैसे से दोस्त बदलते नहीं,
अगर दोस्त सच्चे हों।
वरना दिखावे की दुनिया में,
हर रिश्ता बिकाऊ है।
जब तक जेब भरी थी,
तब तक सब मेरे थे।
अब दोस्त वही बचा,
जो खाली जेब में भी मेरे साथ है।
दोस्ती और पैसा – दोनों साथ चलें,
ये किस्मत वालों को ही मिलता है।
वरना पैसा बढ़ते ही,
दोस्त दूर होने लगते हैं।
पैसा दोस्ती का दुश्मन नहीं,
पर टेस्ट जरूर है।
जो पास हो गया,
वो ज़िंदगी भर साथ रहेगा।
दोस्ती का मतलब समझे बिना,
लोग पैसों से रिश्ते तौलते हैं।
पर असली दोस्त वही होता है,
जो हर तूफान में साथ खड़ा हो।
दोस्ती और पैसा जब टकराते हैं,
तो या रिश्ता बचता है या रकम।
जो दिल से निभाए,
वो दोस्त ही असली धन है।
पैसा आज है, कल नहीं,
पर दोस्त सच्चा हो तो सब कुछ वहीं।
ना तोल दोस्त को तिजोरी से,
वो दिल से मिला खजाना होता है।
दोस्ती बिकती नहीं बाजार में,
इसे तो दिल से निभाना पड़ता है।
वरना पैसों के लिए,
रिश्ते हर रोज़ बदलते हैं।
दोस्ती पैसों की मोहताज नहीं होती,
जो होती है, वो एहसास होती है।
जो नोटों में ढूंढते हैं रिश्ते,
वो अकेले रह जाते हैं ज़िंदगी भर।
अगर पैसा दोस्ती तोड़ दे,
तो समझ लेना दोस्त नहीं था।
क्योंकि सच्चा यार वही होता है,
जो मुफ़लिसी में भी साथ होता है।
Paisa dosti tod deta hai
कई बार पैसे की वजह से उम्रभर की दोस्ती पल भर में खत्म हो जाती है। ये शायरी उन्हीं अधूरे रिश्तों की सच्चाई को बयां करती है।
पैसे की चमक में लोग अंधे हो जाते हैं,
दोस्ती जैसे जज़्बात भूल जाते हैं।
जो कल साथ थे हर मोड़ पर,
आज पैसों में हमें तोल जाते हैं।
पैसा आया तो रिश्ते बदल गए,
दोस्ती के चेहरे नकाब में ढल गए।
हमने तो दिल से निभाई थी यारी,
पर वो हर बात में हिसाब करने लगे।
पैसे की बातें जब रिश्तों में आईं,
सच्ची दोस्तियां भी पराई हो गईं।
दिल के रिश्ते टूट गए यूँ ही,
बस जेब की गर्मी दिखाई हो गई।
पैसा क्या आया, दोस्त गैर हो गए,
जिन्हें दिल दिया, वो बेरुखे हो गए।
रिश्तों की बोली लगने लगी,
और दोस्त भी सौदे में बिकने लगे।
पैसा जब जेब में आया,
दोस्तों ने नजरें चुराई।
जो कल साथ हंसते थे,
वो आज खामोशी में दिखाई दिए।
हमने दोस्ती को पूजा,
उन्होंने पैसा भगवान बना लिया।
जहाँ दिल मिलते थे पहले,
अब वहाँ नोटों का हिसाब चलने लगा।
दोस्ती की दीवार भी गिर जाती है,
जब पैसा बीच में आता है।
दिलों के रिश्ते बेमानी हो जाते हैं,
जब जेब का वजन बढ़ जाता है।
जो दोस्त हर ग़म में साथ थे,
वो अब पैसे के गुलाम हो गए।
हमने तो यारी निभाई थी दिल से,
पर वो हिसाब-किताब हो गए।
जब जेब खाली थी, तो बहुत अपने थे,
अब पैसा है, तो सब पराए लगते हैं।
यही तो सच्चाई है इस दौर की,
पैसा दोस्ती से बड़ा हो गया।
कभी बातें होती थीं दिल से,
अब हर बात पैसे से जुड़ गई।
दोस्ती का रंग फीका पड़ा,
जब नोटों की चमक चढ़ गई।
दोस्ती भी आजकल बिज़नेस बन गई है,
जहाँ दिल से ज्यादा पैसा चलता है।
हमने तो रिश्ते सहेजे थे प्यार से,
पर वो कीमत पूछने लगे हमारी।
पैसा आया तो दोस्त पीछे हट गए,
जिन्हें हमने अपनों में गिना, वो हटके कट गए।
याद आता है वो वक्त भी,
जब रिश्ते बेनकाब नहीं हुआ करते थे।
जिसे हमने भाई माना,
वो दाम मांग बैठा दोस्ती का।
पैसा आया क्या,
सच सामने आ गया जिंदगी का।
जब गरीब थे तो यार बहुत थे,
अब अमीर हैं तो दुश्मन कम नहीं।
शायद पैसा रिश्ते नहीं बदलता,
बस चेहरों से नकाब हटा देता है।
पैसा क्या आया, पहचान ही मिट गई,
दोस्ती की जगह अब दूरी लिखी गई।
हम तो दिल से निभाते रहे यारी,
पर उनकी नजर में कीमत रखी गई।
एक वक़्त था जब हँसी साथ थी,
अब पैसा है, तो तन्हाई साथ है।
दोस्ती टूट गई बस इतनी सी बात पर,
कि अब जेब में कुछ ज्यादा है।
पैसा तो बहुतों ने कमाया,
पर दोस्ती का मज़ा खो दिया।
नोट तो जेब में भर गए,
पर दिल खाली रह गया।
पैसा आया तो समझ आई दुनिया,
हर रिश्ता सिर्फ मतलब का निकला।
जो यारी निभाते थे हर हाल में,
वो अब हाल पूछते भी नहीं।
हमने हर मोड़ पर निभाई दोस्ती,
पर जब पैसा आया, वो बदल गए।
वक़्त ने हमें बहुत कुछ सिखाया,
अब हम भी चेहरों के पीछे देखते हैं।
पैसा रिश्तों को तोड़ देता है,
ये हमने खुद देखा है।
जो दोस्त थे हमारी जान,
वो अब गैरों से भी सस्ते निकले।
Waqt aur paisa pe dosti ki pariksha
दोस्ती की असली परीक्षा तब होती है जब ना पैसा होता है और ना सहारा — इन लाइनों में उसी दौर की झलक मिलती है।

वक़्त और पैसा जब साथ छोड़ते हैं,
तब दोस्ती की असल पहचान होती है।
जो उस घड़ी में भी खड़ा रह जाए,
उसी को सच्ची यारी कहते हैं।
वक़्त ने बताया कौन अपना था,
पैसे ने दिखाया कौन दिखावा था।
दोस्ती की असली पहचान तो,
मुसीबत में ही हुआ करती है।
पैसा और वक़्त दोनों ने आज़माया,
किसी ने दोस्ती निभाई, किसी ने छोड़ चलाया।
जिसने बिना शर्त साथ दिया,
उसे ही यार कहलाने का हक़ मिला।
जब जेब खाली और वक़्त खराब था,
तब जो साथ था, वही दोस्त था।
वरना दौलत पर तो भीड़ मिलती है,
पर मुसीबत में अकेला इंसान सच्चा दिखता है।
वक़्त बुरा था, तो सब बदल गए,
पैसा नहीं था, तो सब निकल गए।
अब सीख लिया हमने ये हुनर,
कि दोस्ती अब परखनी होती है पहले।
दोस्ती तब नहीं जब सब कुछ हो,
दोस्ती तब है जब कुछ भी न हो।
वक़्त और पैसा दोनों आज़माते हैं,
पर दिल से निभाने वाले टिक जाते हैं।
पैसा मिला तो रिश्ते बदल गए,
वक़्त बुरा आया तो सब निकल गए।
अब समझ आया कि जो रह गए,
वही असली दोस्त थे, बाक़ी दिखावे थे।
दोस्ती की असली कसम,
वक़्त और पैसा लेता है।
जो पास रह जाए हर हाल में,
वही तो सच्चा साथी होता है।
वक़्त ने जाँचा, पैसा परखा,
कई रिश्ते टूट गए रास्ता बदलकर।
पर जो थामे रहा मेरा हाथ,
उससे बढ़कर कोई अमीर न निकला।
दोस्ती जब वक़्त की आग से गुजरती है,
तब असली और नकली की पहचान होती है।
पैसे की ठोकर पर जो न डगमगाए,
वो दोस्त दिल में हमेशा बसते हैं।
पैसा कम था, पर यारी सच्ची थी,
फिर वक़्त ने पास से दिखाया कौन सच्चा था।
जो बुरे दिनों में भी साथ रहा,
उसी को आज दिल से सलाम है।
वक़्त ने जो छीना,
पैसा उसे लौटा न सका।
पर दोस्त जिसने साथ न छोड़ा,
वो मेरी सबसे बड़ी दौलत बना।
दोस्ती की कसौटी है मुश्किल वक़्त,
और धूल झाड़ती है पैसे की चमक।
जो दोनों में खरा उतरे,
वही रिश्ता उम्रभर चलता है।
पैसे से रिश्ता खरीदा नहीं जाता,
और वक़्त से रिश्ता बचाया नहीं जाता।
दोस्ती वही जो इन दोनों की मार झेल जाए,
वरना हर कोई कहता है – “मैं तेरे साथ हूँ।”
सच्चे यार की पहचान चाहिए?
तो वक़्त को खराब होने दो।
पैसा भी चले जाए तो चलेगा,
पर जो साथ रहे वही तो असली दोस्त है।
वक़्त और पैसा आएंगे जाएंगे,
पर जो दोस्त वक़्त में साथ दे, वो याद रहेंगे।
क्योंकि दौलत तो सबके पास होती है,
पर यार वही जो मुश्किल में पास होता है।
मुश्किल वक़्त ने वो दिखाया,
जो पैसा कभी न दिखा सका।
दोस्ती के नाम पर जो खड़े रहे,
वही तो थे हमारे अपने।
पैसा था तो सब साथ थे,
वक़्त बदला तो भीड़ छँट गई।
अब जो बचे हैं हाथ में,
वही असली यार कहलाते हैं।
दोस्ती की कीमत जब वक़्त ने लगाई,
तो पैसा रिश्ता बचा नहीं पाया।
जो मुफ़लिसी में मुस्कराता रहा साथ,
उसी ने सबसे ज़्यादा निभाया।
वक़्त खराब था,
पैसे की कमी थी,
पर जिसने छोड़ा नहीं,
उसे ही दोस्त कहते हैं जिंदगी में।
Pyar aur Paisa Shayari
प्यार और पैसा — दोनों की ज़रूरत होती है, लेकिन जब एक दूसरे पर भारी पड़ने लगे, तब दिल से ज़्यादा जेब की सुनवाई होने लगती है।

पैसे से खरीदी मोहब्बत,
कभी सच्ची नहीं होती।
दिल अगर सच्चा हो,
तो दौलत की जरूरत नहीं होती।
पैसा मोहब्बत का सौदा नहीं,
पर अब दिल भी बिकते देखे हैं।
जहाँ पहले नज़रों से बात होती थी,
अब दाम पूछे जाते हैं।
इश्क़ में अब वो बात कहाँ,
जो बिना पैसे के निभता था।
अब तो दिल भी करार से बिकता है,
और वादा भी उधार का होता है।
जिसे चाहा वो किसी और की हो गई,
क्योंकि उसके पास पैसा ज़्यादा था।
हम तो बस मोहब्बत लाए थे,
पर बाज़ार में दिल नहीं बिकता।
प्यार और पैसा दोनों की आग अलग है,
एक जलाता है अंदर से,
दूसरा रिश्तों को बाहर से।
कभी-कभी दोनों साथ में भी।
हमने तो मोहब्बत की थी,
पर उसने कीमत माँग ली।
दिल तो सच्चा था हमारा,
मगर उसकी नज़र में वो सस्ता था।
वो कहती थी तेरा दिल चाहिए,
अब कहती है तेरा बैंक बैलेंस क्या है?
इश्क़ जब से बिकाऊ हुआ है,
पैसा ही सच्चा लगने लगा है।
पैसे वालों की मोहब्बत में रंग है,
हम गरीब क्या खाक इश्क़ करेंगे।
जिसे दिल दिया था खुदा जानकर,
वो हमें खर्च समझ बैठी।
मोहब्बत अब समझौता बन गई,
और पैसा उसकी शर्त।
जिसे दिल से चाहा था,
उसने नोटों से नफ़रत की क़ीमत लगाई।
दिल से दिल मिलने की बात थी,
पर अब पैसों का हिसाब होता है।
इश्क़ अब सादगी नहीं चाहता,
बल्कि EMI पर जवाब होता है।
इश्क़ सच्चा हो तो दौलत नहीं देखी जाती,
पर आजकल दिल भी अमीरी में धड़कता है।
हमने तो चाहा दिल से,
पर उसने हमारी जेब देख ली।
जिसे अपना माना,
उसने पैसे को अपना बना लिया।
मोहब्बत क्या थी,
बस एक लेन-देन का सौदा निकला।
पैसे ने हर चीज़ बदल दी,
यहाँ तक कि प्यार भी।
अब नज़रों में दिल नहीं,
बस स्टेटस देखा जाता है।
इश्क़ अगर सच्चा हो,
तो एक रोटी भी काफी है।
पर जब प्यार में पैसा घुस जाए,
तो महलों में भी तन्हाई होती है।
जिसे हमने खुदा समझा,
उसने हमें ATM समझा।
अब ना इश्क़ पर भरोसा रहा,
ना रिश्तों की नीयत पर।
सच्चा इश्क़ और पैसा,
शायद एक साथ नहीं चलते।
एक दिल माँगता है,
दूसरा दुनिया।
प्यार की बात करने आई थी,
पर पूछने लगी बैंक डिटेल।
शायद अब मोहब्बत में भी,
क्रेडिट स्कोर देखा जाता है।
दिल की कीमत अब कौन जाने,
जब हर रिश्ता पैसों से तोला जाए।
हमने तो मोहब्बत में जान दी,
पर उन्होंने प्राइस टैग देखा।
मोहब्बत में जब पैसा घुस जाए,
तो जज़्बात नहीं बचते।
रिश्ते बनते हैं नाम के,
और टूट जाते हैं दाम पे।
पैसे वाले को मोहब्बत मिलती है जल्दी,
गरीब का दिल तड़पता रह जाता है।
इश्क़ कभी पाक हुआ करता था,
अब तो बस इंस्टाग्राम स्टोरी बन जाता है।
Jab pyar paisa ban gaya
कई बार रिश्ते इमोशंस से नहीं, ट्रांजैक्शन्स से चलने लगते हैं। ये शायरी उसी कड़वे दौर की कहानी है जहां प्यार बिकने लगता है।
जब प्यार पैसा बन गया,
तो दिल की जगह रेट लग गया।
अब इश्क़ में जज़्बात नहीं रहे,
बस हिसाब-किताब रह गया।
प्यार अब रिश्ता नहीं रहा,
बस एक कॉन्ट्रैक्ट बन गया।
दिल माँगने की बात क्या करें,
अब तो दाम पूछे जाते हैं।
जिसे चाहा दिल से,
उसने जेब से तौला।
जब प्यार बिकने लगा,
तो इश्क़ भी नकली सा लगा।
प्यार अब इबादत नहीं,
एक इन्वेस्टमेंट बन गया।
लाभ ना हो तो लोग,
रिश्ता भी बंद कर देते हैं।
कभी प्यार था आँखों में,
अब EMI की किस्तें हैं बातों में।
जब से इश्क़ पैसा बना,
रूह नहीं, रसीदें जुड़ने लगीं।
दिल देने चले थे हम,
वो खर्च का हिसाब पूछने लगे।
जब प्यार पैसा बन जाए,
तो मोहब्बत का मतलब मर जाता है।
सच्चा इश्क़ हुआ करता था,
अब luxury car में बैठता है।
जब प्यार में पैसा आ गया,
तो फीलिंग्स की मौत हो गई।
प्यार अब एहसास नहीं रहा,
एक ब्रांड बन गया।
जेब भारी हो तो इश्क़ मिलता है,
वरना दिल को ठोकर मिलती है।
जब प्यार पैसा बना,
तो मोहब्बत भी व्यापार बनी।
अब दिल नहीं जुड़ते पहले जैसे,
बस समझौते होते हैं हर घड़ी।
पहले नज़रें मिलती थीं,
अब प्राइस टैग देखा जाता है।
जब प्यार का बाज़ार लगा,
तो जज़्बात बिकते नजर आए।
जब से प्यार ने पैसे की शक्ल ली,
रिश्ते भी नकाब में ढल गए।
अब दिल की धड़कन नहीं पूछते,
बैलेंस शीट पढ़ते हैं।
दिल की बोली लगी बाजार में,
हम तो खामोश रह गए।
जब प्यार पैसा बन गया,
हम रिश्तों से डरने लग गए।
अब इश्क़ दिल से नहीं होता,
क्रेडिट कार्ड से होता है।
जब प्यार की जगह पैसों ने ली,
तो रिश्तों का आधार हिल गया।
पहले प्यार लिखा जाता था चिट्ठियों में,
अब बैंक स्टेटमेंट में दिखता है।
जब मोहब्बत ने कीमत पाई,
तब सच्चाई मरती दिखाई दी।
एक ज़माना था जब दिल चाहिए था,
अब पैकेज पूछते हैं लोग।
जब प्यार पैसा बन गया,
तो रिश्ते भी बिज़नेस हो गए।
अब दिल के बदले कार चाहिए,
वफ़ा की जगह हार चाहिए।
जब से प्यार बिकने लगा,
इश्क़ की इज़्ज़त मिटने लगी।
जब प्यार में पैसों का नाम आया,
तो दिल हार गया, सौदा जीत गया।
अब मोहब्बत भी सौदागरी लगती है,
जहाँ भाव के बिना बात नहीं होती।
मोहब्बत अब नज़रों में नहीं,
नक़द में बसती है।
जब प्यार पैसा बन जाए,
तो ख्वाब भी गिरवी रखने पड़ते हैं।
इश्क़ अब इश्तिहार सा लगता है,
हर कोई अपना दाम बताता है।
जब प्यार पैसा बना,
तो सच्चे दिल का क्या काम रह गया?
पहले दिल मिलते थे,
अब ब्रांड और बैंक बैलेंस।
जब प्यार ने रूपया ओढ़ा,
तो सादगी मर गई मोहब्बत में।
Pyar se badhkar paisa?
जब किसी को प्यार से ज़्यादा पैसा अहम लगे, तो दिल सवाल पूछता है — क्या वाकई प्यार की कोई कीमत होती है?

प्यार से बढ़कर पैसा हो गया,
दिल का रिश्ता सौदा हो गया।
जहाँ जज़्बात थे, अब बजट है,
मोहब्बत भी अब प्रोजेक्ट हो गया।
कहा था प्यार ही सब कुछ है,
पर सबने पैसा चुन लिया।
जब दिल और दौलत में चुनना पड़ा,
तो अकेलापन ही मुक़द्दर बना।
प्यार मांगा था हमने,
उन्होंने दाम पूछा।
पैसे ने फिर जता दिया,
वो सबसे बड़ा खुदा बन चुका।
अब इश्क़ की बोली लगती है,
पैसा जितना, उतनी वफ़ा।
प्यार अब जज़्बा नहीं रहा,
बस एक लेन-देन सा रिश्ता बना।
कभी दिल बिकते थे मोहब्बत में,
अब मोहब्बत बिकती है पैसों में।
क्या कहें किसे दोष दें,
जब दुनिया ही दाम पर चलती है।
जिन्हें चाहिए था प्यार,
उन्हें मिला धोखा।
जिन्हें चाहिए था पैसा,
उन्होंने ही बाज़ी मारी।
हमने तो प्यार ही पूजा था,
पर दुनिया ने पैसा पूज लिया।
अब दिल की नहीं,
बैंक बैलेंस की पूजा होती है।
प्यार से भरा दिल था अपना,
पर पैसों के सामने वो भी हार गया।
अब जज़्बातों की कोई क़ीमत नहीं,
बस रकम से रिश्ते तय होते हैं।
कभी कहते थे, प्यार में सब जायज़ है,
अब कहते हैं, पैसे के बिना कुछ नहीं।
जब दिलों की जगह चेकबुक आ जाए,
तो इश्क़ कैसे जिंदा रहे?
प्यार का वादा था,
पर कीमत लगाई गई।
जब पैसा बीच में आया,
तो मोहब्बत पीछे रह गई।
पैसा बढ़ा, तो रिश्ते भी बदल गए,
प्यार पीछे कहीं खो गया।
अब जो दिल देता है,
वो सबसे ज़्यादा धोखा खाता है।
कहा था प्यार में सब खो देंगे,
पर खोया तो सिर्फ दिल।
पैसे वालों ने कुछ नहीं खोया,
फिर भी सब जीत लिया।
पैसा ना था तो प्यार भी ना रहा,
फिर पूछते हैं दिल क्यों टूटा।
जो सच्चे थे, वो आज अकेले हैं,
क्योंकि उन्होंने दिल दिया, दाम नहीं।
जब दिल का मोल पूछा गया,
तब समझ आया प्यार की औकात।
पैसा हर चीज़ खरीद लेता है,
पर सच्ची मोहब्बत नहीं।
सच्चा प्यार ढूँढते रहे,
पर हर रास्ता पैसों पर जाता था।
दिल की बात कहाँ सुनता है कोई,
अब हर रिश्ता तिजोरी में बंद होता है।
कभी सोचा ना था,
प्यार से ज़्यादा कीमत लगेगी दौलत की।
अब समझ आया,
इश्क़ तो फुर्सत वालों की चीज़ है।
जिसने दिल को चुना,
वो हार गया।
जिसने पैसे को अपनाया,
वो हर मोड़ पर जीत गया।
हमने मोहब्बत को सबसे ऊपर रखा,
पर दुनिया ने पैसे को सिर पर बिठाया।
अब इश्क़ नहीं,
संपत्ति तय करती है रिश्ते।
दिल के जज़्बात सस्ते हुए,
और पैसे के रेट बढ़ गए।
प्यार अब सवाल बन गया है,
जिसका जवाब सिर्फ अमीरी देता है।
प्यार सिखाता है देना,
पैसा सिखाता है लेना।
अब लोग प्यार नहीं करते,
बस मुनाफ़ा गिनते हैं हर रिश्ता निभाने में।
Paisa Sab Kuch Nahi Hota Shayari
दौलत बहुत कुछ है, लेकिन सब कुछ नहीं। जिंदगी में सुकून, भरोसा, और प्यार जैसी चीज़ें पैसों से नहीं खरीदी जा सकतीं — और ये शायरियां यही बताती हैं।

पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल का दाम होता है।
जो नहीं खरीद पाता,
वही असली इंसान होता है।
जहाँ पैसा खत्म हो जाए,
वहीं इंसानियत शुरू होती है।
दौलत भले हो बहुत,
पर प्यार कम होती है।
पैसा तो बस जरिया है,
खुशी का पता नहीं देता।
दिल से जो रिश्ते जुड़ें,
वही सच में धन देते हैं।
धन दौलत की चमक भले हो,
पर सुकून नहीं ला पाती।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
इंसानियत सबसे बड़ी बात है।
ख्वाब पूरे कर सकता है पैसा,
पर दिल को ना समझा पाता।
जहाँ दिल साथ हो वहाँ,
दौलत का क्या काम रहता?
पैसे से रिश्ते नहीं बिकते,
ना ही प्यार मिलता है।
जो दिल से जुड़े हैं,
वो कभी टूटते नहीं।
पैसा मिला तो सब साथ थे,
पैसा गया तो सब दूर हो गए।
इसलिए सीखा हमने ये बात,
धन नहीं, प्यार ही अमूल्य है।
जहाँ पैसा बोलता है,
वहीं सच्चाई छुप जाती है।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
रूह को ये कभी समझ नहीं आता।
पैसे की चमक भले दिखे,
पर दिल का उजाला नहीं दे सकता।
क्योंकि पैसा सब कुछ नहीं,
दिल का प्यार जरूरी होता।
पैसा खो दिया तो कुछ खोया नहीं,
पर प्यार खोया तो सब कुछ गया।
धन से बड़ी कोई चीज़ है,
जो दिल को पूरा करता है।
पैसा सिखाता है जीना,
पर प्यार सिखाता है मरना।
जहाँ प्यार हो वहाँ,
दौलत भी खुद चलकर आती है।
पैसा तो आया-जाया करता है,
पर रिश्ते दिल से बनते हैं।
जो दिल से जुड़े होते हैं,
वो दौलत से न टूटते हैं।
पैसे के बल पर दोस्त बनाए,
पर दिल से दोस्ती निभाई नहीं।
इसलिए पैसा सब कुछ नहीं,
दिल का रिश्ता सबसे बड़ा है।
पैसे के पीछे भागते रहे,
पर खुशी कभी मिली नहीं।
असली खुशी तो है प्यार,
जो पैसे से खरीदी नहीं जाती।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
कभी दिल की सुनो बात।
जिसे प्यार मिला है दिल से,
उसके लिए यही है सौगात।
दौलत से बड़ी कोई चीज़ नहीं,
पर वह चीज़ है प्यार।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल की जुबां समझना सीखो यार।
पैसा सब कुछ नहीं,
कहता है दिल ये बात।
जिसे प्यार मिलता है,
वो सबसे धनवान है।
दौलत से रिश्ते नहीं बनते,
ना ही प्यार की गारंटी होती।
दिल से जो जुड़ा होता है,
वही सच्चा दोस्त कहलाता है।
पैसा आए और चला जाए,
पर प्यार हमेशा रहता है।
जो दिल में जगह बना ले,
वही असली दौलत होता है।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
कभी दिल की सुनो आवाज़।
जिसे प्यार मिले दिल से,
उसकी जीत होती है हर बार।
Zindagi me jazbaat ka mol nahi
भावनाओं की कोई कीमत नहीं होती, और इन लाइनों में वो एहसास झलकता है जहां दिल पैसे से बड़ा होता है।
ज़िंदगी में जज़्बात का कोई मोल नहीं,
दिल की हर बात की कोई खोल नहीं।
जो समझ सके दिल की आवाज़ को,
उसी के लिए है ये दुनिया खोल।
जज़्बात हैं दिल की रूह की बातें,
इनका कोई दाम नहीं होता।
ज़िंदगी में मोल नहीं इनके,
ये दिल के अनमोल मोती होते।
जहाँ पैसों से सब कुछ तौला जाता,
वहीं जज़्बात बिन मोल के रह जाते।
ज़िंदगी में जो दिल से महसूस हो,
वो कभी बिकता नहीं, बस जीता जाता।
जज़्बातों को समझना आसान नहीं,
हर कोई इसे खरीद नहीं सकता।
ज़िंदगी में ये मोल नहीं रखते,
पर इनके बिना सब सूना लगता।
ज़िंदगी में जज़्बात के हैं हजार रंग,
ना तौल पाओ न ही मोल लगा पाओ।
जो दिल से महसूस करते हैं इन्हें,
उन्हीं की ये सबसे बड़ी दौलत बन पाओ।
पैसा खरीद सकता है शोहरत,
पर जज़्बातों को नहीं तोला जाता।
ज़िंदगी में जो दिल से जुड़ा हो,
वही सच्चा मोती समझा जाता।
जज़्बातों का कोई मोल नहीं होता,
ये तो दिल की आवाज़ होती है।
ज़िंदगी में जो इन्हें समझ जाए,
वो सबसे खुश-हाल होती है।
दिल के जज़्बात हैं अनमोल धरोहर,
ना तौलो इन्हें कभी भी।
ज़िंदगी की असली खूबसूरती,
इनमें ही छुपी होती है।
जज़्बातों की कोई कीमत नहीं होती,
ये तो बस दिल की पहचान हैं।
ज़िंदगी में जो इन्हें महसूस करें,
वो होते हैं सबसे महान।
ज़िंदगी की रौनक हैं ये जज़्बात,
ना बिकते हैं, ना खरीदे जाते।
जो दिल से दिल तक पहुंच जाएं,
वो सच्चे दोस्त बन जाते।
जज़्बातों को नापना मुश्किल है,
ना ही इनका कोई बाजार है।
ज़िंदगी में ये अनमोल होते हैं,
जो दिल से जुड़ जाएं संसार है।
ज़िंदगी में जज़्बातों का मोल नहीं,
पर इनसे बड़ी कोई दौलत नहीं।
जो दिल से जिए ये जज़्बात,
वो सबसे सच्चा इंसान कहीं।
जज़्बातों की कोई कीमत नहीं,
इनके बिना ज़िंदगी सूनी।
जो दिल से समझते हैं इन्हें,
उनकी दुनिया है रंगीनी।
पैसा बिकता है हर चीज़,
पर जज़्बात बिकते नहीं।
ज़िंदगी में जो इन्हें जानें,
वही सच्चे इंसान बनते हैं।
जज़्बातों की कोई सीमा नहीं,
ना तौलो इन्हें कभी।
ज़िंदगी का असली सुख,
इनमें ही छुपा है कहीं।
ज़िंदगी में जज़्बात का मोल नहीं,
ना बिकते हैं ये बाजार में।
जो दिल से महसूस करें इन्हें,
वो पाएं खुशियों का संसार में।
जज़्बातों को खरीद नहीं सकते,
ना ही बेच सकते हैं।
ज़िंदगी की सबसे बड़ी दौलत,
ये दिल के रत्न होते हैं।
ज़िंदगी के सफर में जज़्बात,
सबसे अनमोल साथी हैं।
ना तौल सकते, ना बाँध सकते,
पर दिल के सबसे बड़े भाई हैं।
जज़्बातों की कोई हद नहीं,
ना तौल सके कोई इसे।
ज़िंदगी में जो दिल से जुड़े,
वो पाते हैं सुकून की छाँव।
ज़िंदगी में जज़्बातों का कोई मोल नहीं,
पर इन्हीं से रंगीनी होती है।
जो दिल से इन्हें समझे,
वहीं असली खुशी होती है।
Dil se jeene walon ke liye paisa sab kuch nahi
जो दिल से जीते हैं, उनके लिए रोटी की कीमत ज़रूरी है, लेकिन मोहब्बत की अहमियत सबसे ऊपर होती है।

दिल से जीते हैं जो लोग यहाँ,
उनके लिए पैसा सब कुछ नहीं।
जहाँ मोहब्बत हो साथ सच्ची,
वही है असली ज़िंदगी की रोशनी।
पैसा जो चाहे खरीद ले चीज़ें,
पर दिल की खुशी ना खरीदी जा सके।
दिल से जीने वाले समझते हैं,
खुशी का कोई दाम नहीं होता।
दिल से जीना है तो दौलत मत देखो,
सच्चाई और प्यार से रिश्ता जोड़ो।
पैसा तो आता है और जाता है,
पर दिल की आवाज़ कभी ना खोदो।
दिल से जीने वालों का मिज़ाज अलग है,
उनके लिए दौलत की कोई बाज़ी नहीं।
जहाँ जज़्बात हों दिल के सच्चे,
वहीं से शुरू होती है खुशियों की गली।
पैसा बदल सकता है ज़माना,
पर दिल की खुशी नहीं बदली जाती।
दिल से जीना अगर सीख लिया,
तो ज़िंदगी बस आसान हो जाती।
दौलत से रिश्ते बिकते हैं यहाँ,
पर दिल से जीने वाले अकेले नहीं।
उनकी दुनिया में प्यार रहता है,
जो पैसों से कभी खरीदा नहीं जाता।
दिल से जीना है तो सीखो सबसे,
धन दौलत से नहीं मोल लेते।
जो सच्चा है वो दिल से जिए,
बाहर की चमक पर ना खोते।
पैसे वाले खुश नहीं होते हमेशा,
दिल वाले हर पल मुस्कुराते हैं।
दिल से जीना अगर सीख लिया,
तो सब कुछ अपने आप आता है।
पैसा है तो है, नहीं तो नहीं,
दिल की खुशी का क्या मोल लगाओ?
जो दिल से जिए जीवन अपना,
वो सच्चा धनवान कहलाओ।
दिल से जीना है तो दौलत छोड़ दो,
रिश्तों की अहमियत समझो।
पैसा आएगा और जाएगा,
पर सच्चा प्यार कभी ना खोये।
दिल से जीते हैं जो लोग यहाँ,
उनकी ज़िंदगी में कोई कमी नहीं।
पैसा तो सिर्फ एक चीज़ है,
पर प्यार सबसे बड़ी पूंजी है।
दौलत के पीछे भागो मत ज़िंदगी,
दिल की सुनो और खुश रहो।
दिल से जियो, दिल से प्यार करो,
यही असली ज़िंदगी का सार है।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल से जीना बड़ा काम है।
जो दिल से समझें ज़िंदगी को,
उनके लिए हर दिन है आराम है।
दिल से जियो, खुश रहो तुम,
दौलत की चिंता छोड़ दो।
जिंदगी का असली मज़ा है,
दिल से हर पल को जीना।
दिल से जीना है तो सच्चा बनो,
पैसा सब कुछ नहीं है यहाँ।
जो दिल से प्यार करता है,
वो सबसे बड़ा धनवान है।
पैसे की चमक छुपा नहीं सकती,
दिल की सच्चाई को कहीं।
दिल से जीने वालों को,
किसी दौलत की ज़रूरत नहीं।
दौलत की नहीं परवाह उनकी,
जिनका दिल सच्चाई से भरा।
दिल से जीना अगर सीख लिया,
तो ज़िंदगी बने सोने की छड़ी।
पैसे से ना खरीदी जा सकती,
दिल की वो गहराई।
दिल से जीना है जो यहाँ,
उनकी जीत है ज़िंदगी।
दिल से जीते हैं जो लोग,
उनके लिए पैसा बस एक वस्तु।
जो दिल से जिए ज़िंदगी,
वही पाता है असली मस्ति।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल से जीने वालों के लिए।
जहाँ सच्चा प्यार हो वहाँ,
दौलत का कोई मोल नहीं।
Paisa Shayari for Instagram Caption
अगर आप Instagram पर कोई ऐसी लाइन ढूंढ रहे हैं जो पैसे की हकीकत को दिल से बयां करे, तो ये शायरी आपके captions के लिए परफेक्ट हैं।

पैसा है तो सबकुछ है यहाँ,
वरना अकेला रहता है जहाँ।
चलो थोड़ा कमाएं फिर देखो,
कैसे दुनिया बदलती यहाँ।
पैसे की चमक में न खो जाना,
दिल की आवाज़ भी सुन जाना।
दौलत से बड़ी चीज़ है यार,
मोहब्बत को कभी न भूल जाना।
ना पैसा दिखावा है, ना शक्ल नूर,
दिल से जियो तो मिले सुकून जरूर।
दौलत के पीछे भागना छोड़ दो,
खुशी है जो दिल के दरमियाँ।
पैसा आये जाए जैसे हवा,
दिल की खुशी रहे सदा।
रिश्ते हों सच्चे और प्यारे,
यही है ज़िंदगी का सहारा।
पैसा कमाओ, पर दिल न खोना,
इज्ज़त से अपनी राह चलना।
दौलत से नहीं तौलता प्यार,
इसे दिल से अपनाना।
किस्मत भी मिलेगी साथ में,
अगर हो दिल सच्चा साथ में।
पैसा तो बस एक ज़रिया है,
खुशी हो दिल के हाथ में।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल से जीना बड़ा होता।
जो दिल से जिए ज़िंदगी,
वही असली धनवान होता।
पैसा बड़ा है, पर दिल बड़ा चाहिए,
जहाँ प्यार हो, वहां ज़माना है।
रिश्तों को रखो दिल से,
दौलत कभी साथ नहीं छोड़ती।
पैसे के बिना सब कुछ अधूरा,
पर प्यार के बिना सब कुछ फिजूल।
जो दिल से जिए वो पाए,
सच्चा सुख और सुकून।
पैसा आया तो साथ भी आया,
पैसा गया तो सब छूट गया।
रिश्ते दिल से निभाओ,
पैसा तो बस एक झूठ है।
पैसे के पीछे भागना छोड़ दो,
दिल की सुनो और जीयो।
दौलत आए और जाए,
पर दिल हमेशा खिला रहे।
दौलत से बढ़कर कुछ नहीं,
पर दिल से बढ़कर कुछ भी नहीं।
पैसा तो बस एक फरेब है,
दिल से जीना सबसे बड़ी जीत है।
पैसा कमाना है तो इज्ज़त से,
रिश्ते निभाना है दिल से।
सच्चाई से रहो जिंदगी,
फिर देखो कैसे चमके ये जहां।
दिल से जीते हैं जो लोग,
उनके लिए पैसा सब कुछ नहीं।
जहाँ प्यार हो दिलों में,
वहीं होती है असली खुशी।
पैसा आए तो मुस्कुराना,
ना आए तो हार मानना।
दिल से जीना सीखो यार,
यही है ज़िंदगी का सार।
पैसे की चमक भले हो बड़ी,
पर दिल की रोशनी है सच्ची।
रिश्तों को दिल से सजाओ,
दौलत से नहीं चमक पाओ।
पैसा तो आता है और जाता है,
पर दिल की आवाज़ हमेशा साथ है।
जिसने दिल से जिया जिंदगी,
उसने हर खुशी पाई है।
पैसा हर जगह नहीं चलता,
दिल से चलना ज़रूरी है।
जो दिल से जुड़े होते हैं,
वो कभी टूटते नहीं।
पैसा कर सकता है बहुत कुछ,
पर दिल को कभी नहीं समझा सकता।
जो दिल से जीता है ज़िंदगी,
वही सबसे बड़ा धनवान होता।
पैसा है तो क्या हुआ,
दिल से दूर हो तो क्या हुआ?
रिश्ते हैं जो दिल से जुड़े,
वो कभी खत्म नहीं होते।
Short paisa quotes in Hindi
कम शब्दों में गहरी बात कहनी हो तो ये short quotes आपके लिए हैं — हर लाइन सोचने पर मजबूर कर देगी।
पैसा हो तो दोस्त भी साथ होते,
ना हो तो दुश्मन भी दिखते।
दिल से जीना असली मज़ा है,
दौलत से नहीं ये सब कहते।
दौलत से नहीं खिलती खुशी,
दिल की है जो बात बड़ी।
पैसा आए तो साथ चले,
वरना दिल ही सब कुछ सही।
पैसा भले कर दे फेमस,
पर दिल से न हो अमीर।
रिश्ते जो दिल से निभाए,
वो असली ताज होते हैं सिर।
पैसा तो बस एक जरिया है,
खुशी पाने का यही फंडा नहीं।
दिल से जो जिए ज़िंदगी,
वो असली राजा, असली रानी।
पैसा हर जख्म नहीं भर सकता,
ना हर दर्द मिटा सकता।
दिल से जुड़ा रिश्ता ही,
सच में ज़ख्म भर सकता।
पैसा है तो क्या हुआ,
दिल से दूर हो तो क्या हुआ?
खुशी तो दिल की होती है,
दौलत से बड़ी कोई चीज़ नहीं।
पैसा आए और जाए,
दिल से प्यार रहे सदा।
जो दिल से जुड़ा हो यार,
उससे बड़ा धन क्या होगा?
पैसा है तो फक्र है,
दिल से हो तो शख़्सियत है।
जो दिल से जीता है यहाँ,
वो असली ज़िंदगी में जीत है।
दौलत के पीछे न भागो,
दिल की सुनो हर बात।
जो दिल से जिए ये ज़िंदगी,
वो पाए खुशियों की सौगात।
पैसा आए तो साथ रहे,
पैसा जाए तो प्यार रहे।
दिल से निभाओ रिश्ते,
दौलत कभी साथ न छोड़े।
पैसा सब कुछ नहीं होता,
दिल से जियो यारों।
जो दिल से जुड़े हैं यहाँ,
उनके लिए सब तैयार हैं।
पैसा भले हो लाखों में,
पर दिल हो गरीब यहाँ।
जो दिल से जीता है इंसान,
वो होता है सबसे बड़ा यहाँ।
पैसा है तो क्या हुआ,
दिल का सुकून नहीं मिला।
दौलत नहीं खुशियाँ देती,
दिल से प्यार मिला।
दिल से जियो ये ज़िंदगी,
दौलत कभी साथ न छोड़े।
रिश्तों को प्यार से निभाओ,
पैसा कभी सब कुछ न हो।
पैसा है तो लोग साथ हैं,
ना हो तो सब बदल जाते।
दिल से जीना है अगर,
तो रिश्ते दिल से निभाओ।
पैसा कमाना है तो प्यार कमाओ,
दिल से जीना सबसे बड़ा ग़माओ।
दौलत से बढ़कर ये चीज़ है,
जो दिल को सुकून दिलाओ।
पैसा है तो दिखावा है,
दिल से प्यार सच्चा होता।
रिश्तों की यही असली दौलत,
जो दिल से निभाया जाता।
पैसा आता जाता है यहाँ,
पर दिल की आवाज़ रहती।
जो दिल से जीते हैं यहाँ,
उनकी खुशियाँ कभी कम नहीं होती।
दौलत नहीं दिल की सुनो,
ये ज़िंदगी की सबसे बड़ी पूंजी।
पैसा आए और जाए,
पर प्यार रहे अमर यहाँ।
पैसा हो तो हो समझदारी,
दिल से हो तो हो इंसानियत।
जो दिल से जीते हैं यहाँ,
उनके लिए दौलत नहीं ज़रूरत।
Caption-worthy one-liners
इन one-liners को आप अपने Instagram bio या post caption में इस्तेमाल कर सकते हैं — impactful और relatable दोनों।

पैसा तो चलता रहता है, असली दौलत दिल की सच्चाई है।
दौलत से दोस्ती नहीं होती, दिल से रिश्ते बनते हैं।
पैसा बड़ी चीज़ नहीं, दिल बड़ा होना ज़रूरी है।
पैसे की चमक कुछ देर की, दिल की रोशनी सदा की।
पैसा आया, पैसा गया, दिल के जज़्बात रहे सदा।
दौलत से बढ़कर कोई वरदान नहीं, पर दिल से बड़ा कोई इंसान नहीं।
पैसा कमाना आसान है, दिल जीतना मुश्किल।
पैसे के पीछे मत भागो, खुशी के पीछे दौड़ो।
पैसा दिल को खुश नहीं करता, प्यार करता है दिल को भर।
जो दिल से जीते हैं, उनके लिए पैसा मामूली बात है।
पैसा हो या न हो, दिल का सुकून सबसे बड़ा है।
दौलत से नहीं मापी जाती इंसानियत।
पैसा कमाओ, पर दिल मत खोना।
जो दिल से देते हैं, वे सबसे अमीर होते हैं।
पैसा सब कुछ नहीं, प्यार ही असली धन है।
पैसे की दौलत खो सकती है रिश्ते, दिल की दौलत जोड़ती है।
पैसा तो बहता रहता है, पर दिल की मोहब्बत अमर रहती है।
दिल से जीना है तो पैसे की चिंता छोड़ो।
पैसा आता है और जाता है, पर सच्चा प्यार रहता है।
दौलत से नहीं तौला जाता दिल का प्यार।
✔️ Paisa Shayari in Hindi – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Paisa Shayari in Hindi क्यों पढ़ी जाती है?
पैसे से जुड़े अनुभव, रिश्तों में उसकी भूमिका और समाज की सच्चाई को शब्दों में बयां करने के लिए Paisa Shayari पढ़ी जाती है। यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि क्या वाकई पैसा सब कुछ है?
क्या Paisa Shayari में attitude और aukaat से जुड़ी बातें भी मिलती हैं?
जी हां, कई शायरी ऐसी होती हैं जो पैसे के घमंड, औकात और नकली शान को उजागर करती हैं। यह आज के दौर की कड़वी सच्चाई को सामने लाती है।
Paisa Shayari को Instagram captions में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं?
आप short one-liners और impactful quotes को Instagram captions में जोड़ सकते हैं, जो न सिर्फ आपकी सोच दिखाएंगे बल्कि आपकी प्रोफाइल को भी अलग बनाएंगे।
क्या पैसे और प्यार के रिश्ते पर भी शायरी मिलती है?
बिलकुल, Pyar aur Paisa Shayari के ज़रिए उन रिश्तों को बयां किया जाता है जहां मोहब्बत और दौलत के बीच टकराव होता है।
📌 निष्कर्ष – पैसा सब कुछ नहीं, But It’s In Everything
हर रिश्ता, हर जज़्बात, और हर फैसला — कहीं न कहीं पैसे से जुड़ा होता है। “Paisa Shayari in Hindi” का यह कलेक्शन सिर्फ शायरी नहीं, बल्कि एक reality check है। इन लाइनों के ज़रिए हमें वो सच दिखता है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं — जब रिश्तों की अहमियत पैसों से मापी जाने लगे।
कभी प्यार बिकता है, कभी दोस्ती टूटती है, और कभी औकात की पहचान सिर्फ जेब से होती है। इन शायरियों में आपको कहीं न कहीं अपनी ही कोई कहानी या अधूरी बात ज़रूर महसूस होगी।
💬 अगर आपने भी कभी रिश्तों और पैसों के बीच टकराव महसूस किया है, तो Pyar Bhari Shayari – दिल से निकली मोहब्बत भरी लाइनों वाला कलेक्शन भी आपके लिए ही है।
तो सोचिए… क्या हम वाकई वो सब खोते जा रहे हैं — जो पैसे से खरीदा नहीं जा सकता?