Gulzar Shayari in Hindi

Gulzar Shayari in Hindi: The best filmmaker & lyricist, Gulzar Sahab, is one of the most famous writers in India. He Writes Thousand of Beautiful Ghazal, Shayari, Poetry, Quotes, Alfaaz, and Poems in Hindi & Urdu. All words touch everyone’s heart. So We Collected Some Of The Best Heart-Touching Shayari’s of Gulzar Sahab.

गुलज़ार साहब को कौन नहीं जानता। गुलज़ार साहब एक महान लेखक हैं, वैसे तो गुलज़ार साहब कमाल की रोमांटिक शायरी लिखते हैं लेकिन साथ ही ज़िंदगी के बारे में बहुत प्रेरक बातें भी लिखते हैं।

यहाँ पर हमने ऐसी ही गुलज़ार साहब के द्वारा लिखी हुई कुछ लोकप्रिय शायरियों को एकत्रित किया है जो आपको बहुत पसंद आएँगी।

Best Gulzar Shayari

Gulzar Shayari in Hindi

हम समझदार भी इतने हैं के
उनका झूठ पकड़ लेते हैं
और उनके दीवाने भी इतने के फिर भी
यकीन कर लेते है।

Gulzar Shayari in Hindi

इश्क़ की तलाश में
क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है।

Gulzar Shayari in Hindi

वो शख़्स जो कभी
मेरा था ही नही,
उसने मुझे किसी और का भी
नही होने दिया.

Gulzar Shayari in Hindi

सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.

Gulzar Shayari in Hindi

दौलत नहीं शोहरत नहीं,न वाह चाहिए
“कैसे हो?” बस दो लफ़्जों की परवाह चाहिए

Gulzar Shayari in Hindi

कभी जिंदगी एक पल में गुजर जाती है
कभी जिंदगी का एक पल नहीं गुजरता |

Gulzar Shayari in Hindi

जब से तुम्हारे नाम की मिसरी होंठ से लगाई है
मीठा सा गम मीठी सी तन्हाई है।

Gulzar Shayari in Hindi

मेरी कोई खता तो साबित कर
जो बुरा हूं तो बुरा साबित कर
तुम्हें चाहा है कितना तू क्या जाने
चल मैं बेवफा ही सही
तू अपनी वफ़ा साबित कर।

Beautiful Gulzar Shayari lyrics

Gulzar Shayari in Hindi

जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए |

Gulzar Shayari in Hindi

एक बार जब तुमको बरसते पानियों के पार देखा था
यूँ लगा था जैसे गुनगुनाता एक आबशार देखा था
तब से मेरी नींद में बसती रहती हो
बोलती बहुत हो और हँसती रहती हो.

Gulzar Shayari in Hindi

वक्त कटता भी नही
वक्त रुकता भी नही
दिल है सजदे में मगर
इश्क झुकता भी नही |

Gulzar Shayari in Hindi

पलक से पानी गिरा है, तो उसको गिरने दो,
कोई पुरानी तमन्ना, पिंघल रही होगी।

Gulzar Shayari in Hindi

आदतन तुम ने कर दिए वादे,
आदतन हमने ऐतबार किया।
तेरी राहो में बारहा रुक कर,
हम ने अपना ही इंतज़ार किया।।
अब ना मांगेंगे जिंदगी या रब,
ये गुनाह हमने एक बार किया।।।

Gulzar Shayari in Hindi

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

Gulzar Shayari in Hindi

सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की,
मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर,
कल का अख़बार था, बस देख लिया, रख भी दिया।।

Famous Gulzar Shayari Zindagi

Gulzar Shayari in Hindi

मेरा ख्याल है अभी, झुकी हुई निगाह में
खिली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में
मैं जानता हूं, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख्याल है मुझे, के साथ आ रही है वो

Gulzar Shayari in Hindi

तुम्हें जिंदगी के उजाले मुबारक
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं
तुम्हें पा के हम खुद से दूर हो गए थे
तुम्हें छोड़कर अपने पास आ गए हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

सुरमे से लिखे तेरे वादे
आँखों की जबानी आते हैं
मेरे रुमालों पे लब तेरे
बाँध के निशानी जाते हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

दर्द हल्का है साँस भारी है,
जिए जाने की रस्म जारी है।

Gulzar Shayari in Hindi

उधड़ी सी किसी फिल्म का एक सीन थी बारिश,
इस बार मिली मुझसे तो गमगीन थी बारिश।
कुछ लोगों ने रंग लूट लिए शहर में इस के,
जंगल से जो निकली थी वो रंगीन थी बारिश।।

Gulzar Shayari in Hindi

बीच आसमां में था बात करते- करते ही,
चांद इस तरह बुझा जैसे फूंक से दिया,
देखो तुम इतनी लम्बी सांस मत लिया करो।।

Gulzar Shayari in Hindi

वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी नफरत भी तुम्हारी थी,
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे माँगते..
वो शहर भी तुम्हारा था वो अदालत भी तुम्हारी थी |

Gulzar Shayari in Hindi

यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता |

4 Line Gulzar Shayari in Hindi

Gulzar Shayari in Hindi

गुल पोश कभी इतराये कहीं
महके तो नज़र आ जाये कहीं
तावीज़ बनाके पहनूं उसे
आयत की तरह मिल जाये कहीं |

Gulzar Shayari in Hindi

कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है |

Gulzar Shayari in Hindi

देर से गूंजते हैं सन्नाटे,
जैसे हमको पुकारता है कोई.
कल का हर वाक़िया था तुम्हारा,
आज की दास्ताँ है हमारी |

Gulzar Shayari in Hindi

उम्मीद तो नही
फिर भी उम्मीद हो
कोई तो इस तरह
आशिक़ शहीद हो |

Hindi Gulzar Shayari on Life

Gulzar Shayari in Hindi

तू समझता क्यूं नही है
दिल बड़ा गहरा कुआँ है
आग जलती है हमेशा
हर तरफ धुआँ धुआँ है |

Gulzar Shayari in Hindi

प्यार में अज़ीब ये रिवाज़ है,
रोग भी वही है जो इलाज है.

Gulzar Shayari in Hindi

तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ ।

Gulzar Shayari in Hindi

अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां |

Gulzar Shayari in Hindi

मैं वो क्यों बनु जो तुम्हें चाहिए
तुम्हें वो कबूल क्यों नहीं
जो मैं हूं

Gulzar Shayari in Hindi

बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा

Gulzar Shayari in Hindi

मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं |
Gulzar Shayari on Mohabbat

Gulzar Shayari in Hindi

झुकी हुई निगाह में, कहीं मेरा ख्याल था
दबी दबी हँसी में इक, हसीन सा गुलाल था
मै सोचता था, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
न जाने क्यूं लगा मुझे, के मुस्कुरा रही है वो |

Gulzar Shayari in Hindi

इस दिल में बस कर देखो तो
ये शहर बड़ा पुराना है
हर साँस में कहानी है
हर साँस में अफ़साना है |

Gulzar Shayari in Hindi

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती |

Gulzar Shayari in Hindi

ऐसा कोई ज़िंदगी से वादा तो नही था
तेरे बिना जीने का इरादा तो नही था.

Gulzar Shayari in Hindi

एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं |

Heart Touching Gulzar Shayari on Yaadein

Gulzar Shayari in Hindi

दबी-दबी साँसों में सुना था मैंने
बोले बिना मेरा नाम आया
पलकें झुकी और उठने लगीं तो
हौले से उसका सलाम आया |

Gulzar Shayari in Hindi

खून निकले तो ज़ख्म लगती है
वरना हर चोट नज़्म लगती है.

Gulzar Shayari in Hindi

इतना लंबा कश लो यारो,
दम निकल जाए
जिंदगी सुलगाओ यारों,
गम निकल जाए |

Gulzar Shayari in Hindi

घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत,
दोनों बरक़रार रह सके |

Gulzar Shayari in Hindi

लोग कहते है की
खुश रहो
मगर मजाल है
की रहने दे |

Gulzar Shayari in Hindi

अपने साये से चौंक जाते हैं,
उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा.

Behatareen Gulzar’s poetry

Gulzar Shayari in Hindi

जीना भूले थे कहां याद नहीं!
तुमको पाया है जहाँ
सांस फिर आई वहीं |

Gulzar Shayari in Hindi

सहम सी गयी है ख्वाइशें
ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी |

Gulzar Shayari in Hindi

गुलाम थे तो
हम सब हिंदुस्तानी थे
आज़ादी ने हमें
हिन्दू मुसलमान बना दिया |

Gulzar Famous Shayari in Hindi

Gulzar Shayari in Hindi

तुम मिले तो क्यों लगा मुझे,
खुद से मुलाकात हो गई
कुछ भी तो कहा नही मगर,
ज़िंदगी से बात हो गई |

Gulzar Shayari in Hindi

टूटी फूटी शायरी में
लिख दिया है डायरी में
आख़िरी ख्वाहिश हो तुम
लास्ट फरमाइश हो तुम |

Gulzar Shayari in Hindi

क्यूं बार बार लगता है मुझे
कोई दूर छुपके तकता है मुझे
कोई आस पास आया तो नही
मेरे साथ मेरा साया तो नही |

Gulzar Shayari in Hindi

गए थे सोचकर की बात
बचपन की होगी
मगर दोस्त मुझे अपनी
तरक्की सुनाने लगे

Gulzar Shayari in Hindi

दिल के रिश्ते ‍‍‍ हमेशा किस्मत से ही बनते है,
वरना मुलाकात तो रोज हजारों 1000 से होती है |

Gulzar Shayari in Hindi

वह जो सूरत पर सबकी हंसते है,
उनको तोहफे में एक आईना दीजिए

Gulzar Shayari in Hindi

बहुत मुश्किल से करता हूं
तेरी यादों का कारोबार मुनाफा कम है
पर गुज़ारा हो ही जाता है |

Gulzar Shayari in Hindi

यूं तो ऐ जिंदगी तेरे सफर से
शिकायते बहुत थी
मगर दर्द जब दर्ज करने पहुंचे
तो कतारें बहुत थी |
Sad Love Gulzar Quotes

Gulzar Shayari in Hindi

हमने देखी है उन आँखों की खुशबू
हाथ से छूके इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
सिर्फ़ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो.

Gulzar Shayari in Hindi

उम्मीद भी अजनबी लगती है
और दर्द पराया लगता है
आईने में जिसको देखा था
बिछड़ा हुआ साया लगता है |

Gulzar Shayari in Hindi

मुस्कुराना, सहते जाना, चाहने की रस्म है
ना लहू ना कोई आँसू इश्क़ ऐसा ज़ख्म है |

Gulzar Shayari in Hindi

खुद की कीमत गिर जाती है
किसी को कीमती बनाने की
चाह में!

Gulzar Shayari in Hindi

बदल दिए है अब
हमने नाराज होने के तरीके,
रूठने के बजाय बस हल्के से
मुस्कुरा देते है।

Gulzar Shayari in Hindi

कौन कहता है
हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत
पूछ कर तो देखो |

Gulzar Shayari in Hindi

जिंदगी ये तेरी खरोंचे है मुझ पर
या फिर तू मुझे तराशने की कोशिश में है…

Gulzar Shayari in Hindi

तस्वीरें लेना भी जरूरी है जिंदगी में साहब
आईने गुजरा हुआ वक्त नहीं बताया करते |

Gulzar Shayari Text & Images

Gulzar Shayari in Hindi

कोई तो करता होगा हमसे भी
खामोश मोहब्बत..
किसी का हम भी अधूरा
इश्क रहे होंगे…

Gulzar Shayari in Hindi

सब खफा हैं मेरे लहजे से,
पर मेरे हालात से वाकिफ
कोई नहीं..

Gulzar Shayari in Hindi

मेरे कंधे पर कुछ यूं गिरे उनके आंसू ,
कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गई..

Gulzar Shayari in Hindi

एक ना एक दिन हासिल कर ही लूंगा मंजिल..
ठोकरें ज़हर तो नहीं जो खा कर मर जाऊंगा।

Gulzar Shayari in Hindi

खुदकुशी हराम है साहब,
मेरी मानो तो इश्क़ कर लो |

Gulzar Shayari in Hindi

सलीका अदब का तो बरकरार रखिए जनाब,
रंजिशे अपनी जगह है सलाम अपनी जगह।।

Gulzar Shayari in Hindi

इतने बेवफा नहीं है की तुम्हें भूल जाएंगे,
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते हैं।।

Best Gulzar Poetry In Hindi

Gulzar Shayari in Hindi

बहुत करीब से अनजान बनके
गुजरा है वो शख्स,
जो कभी बहुत दूर से
पहचान लिया करता था..

Gulzar Shayari in Hindi

उतार कर फेंक दी उसने
तोहफे में मिली पायल,
उसे डर था छनकेगी तो
याद जरूर आऊंगा मै..

Gulzar Shayari in Hindi

मेरी किस्मत में नहीं था तमाशा करना,
बहुत कुछ जानते थे मगर ख़ामोश रहे।।

Gulzar Shayari in Hindi

मुहब्बत लिबास नहीं जो हर रोज बदल जाए
मोहब्बत कफन है जो पहन कर उतारा नहीं जाता।।

Gulzar Shayari in Hindi

इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है
जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है।।

Gulzar Shayari in Hindi

नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से
तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है ।।

Gulzar Shayari in Hindi

वो हमे भूल ही गए होंगे
भला इतने दिनों तक
कौन खफा रहता है..

2 Line Gulzar shayari In Hindi

Gulzar Shayari in Hindi

आज थोड़ी बिगड़ी है
कल फिर सवांर लेंगे
जिंदगी है जो भी होगा
संभाल लेंगे…

सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक़्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हजार मिलेंगे..

Gulzar Shayari in Hindi

जो चाहे हो जाए वह दर्द कैसा और
जो दर्द को महसूस ना कर सके वो हमदर्द कैसा |

Gulzar Shayari in Hindi

उसने एक ही बार कहा दोस्त हूं
फिर मैंने कभी नहीं कहा व्यस्त हूं।।

Gulzar Shayari in Hindi

शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आप की कमी सी है
दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले, नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है |

Gulzar Shayari in Hindi

कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ़,
किसी की आँखों में हमको भी को इंतजार दिखे।

Gulzar Shayari in Hindi

बेहिसाब हसरते ना पालिये,
जो मिला हैं उसे सम्भालिये।

Gulzar Shayari On Life In Hindi

Gulzar Shayari in Hindi

लगता है जिंदगी
आज खफा है,
चलिए छोड़िए
कौनसी पहली दफा है !

Gulzar Shayari in Hindi

हमेशा से तो नही रहा होगा
तू भी सख्त दिल
तेरी भी मासूमियत से भी
किसी ने खेला होगा !!

Gulzar Shayari in Hindi

सफर छोटा ही सही
पर यादगार होना चाहिए,
रंग सांवला ही सही
पर वफादार होना चाहिए..

Gulzar Shayari in Hindi

रात को चाँदनी तो ओढ़ा दो,
दिन की चादर अभी उतारी है।

Gulzar Shayari in Hindi

रोई है किसी छत पे, अकेले ही में घुटकर,
उतरी जो लबों पर तो वो नमकीन थी बारिश।

Gulzar Shayari in Hindi

तेरे बिना ज़िन्दगी से कोई
शिकवा तो नहीं
तेरे बिना पर ज़िन्दगी भी लेकिन
ज़िन्दगी तो नहीं |

Gulzar Shayari in Hindi

उम्र जाया कर दी लोगो ने
औरों में नुक्स निकालते निकालते
इतना खुद को तराशा होता
तो फरिश्ते बन जाते |

Gulzar Shayari Sad

Gulzar Shayari in Hindi

मुझे मालूम था कि वो
मेरा हो नही सकता,
मगर देखो मुझे फिर भी
मोहब्बत हो गई उससे..

Gulzar Shayari in Hindi

जो हैरान हैं मेरे सब्र पर
उनसे कह दो जो आंसू जमीन पर
नहीं गिरते वो दिल चीर देते हैं..

Gulzar Shayari in Hindi

अपनी पीठ से निकले
खंजरों को जब गिना मैंने
ठीक उतने ही निकले
जितनो को गले लगाया था !

Gulzar Shayari in Hindi

मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता,
हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।

Gulzar Shayari in Hindi

वक़्त रहता नहीं कहीं टिक कर,
आदत इस की भी आदमी सी है।

Gulzar Shayari in Hindi

बचपन में भरी दुपहरी में नाप आते थे पूरा मोहल्ला,
जब से डिग्रियां समझ में आयी पांव जलने लगे हैं।

Gulzar Shayari in Hindi

मैंने दबी आवाज़ में पूछा? मुहब्बत करने लगी हो?
नज़रें झुका कर वो बोली! बहुत।

Gulzar Shayari in Hindi

उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और,
ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंग |

Gulzar Shayari Words On Dosti

Gulzar Shayari in Hindi

जो बीत गया है वो अब दौर न आएगा,
इस दिल में सिवा तेरे कोई और न आएगा,
घर फूंक दिया हमने, अब राख उठानी है,
जिंदगी और कुछ नही, तेरी मेरी कहानी है।

Gulzar Shayari in Hindi

नही करता मै तेरा जिक्र
किसी तीसरे से,
तेरे बारे में बात सिर्फ
खुदा से होती है।

Gulzar Shayari in Hindi

मोहब्बत में अक्सर ऐसा होता है,
पूरी दुनिया से लड़ने वाला इंसान
अपने मन पसंद इंसान से हार जाता है।

Gulzar Shayari in Hindi

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं।

Gulzar Shayari in Hindi

एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैं ने हर करवट सोने की कोशिश की।

Gulzar Shayari in Hindi

हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं नहीं छोड़ा करते,
वक्त की शाख से लम्हें नहीं तोडा करते।

तन्हाई की दीवारों पर घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं।

Gulzar Shayari On love

Gulzar Shayari in Hindi

“ सब तरह की दीवानगी
से वाकिफ हुए हम,
पर मा जैसा चाहने वाला
जमाने भर में ना था ! “

Gulzar Shayari in Hindi

अब टूट गया दिल
तो बवाल क्या करें,
खुद ही किया था पसंद
अब सवाल क्या करें ?
💔💔💔

Gulzar Shayari in Hindi

हर कोई परेशान है
मेरे कम बोलने से,
और मै परेशान हूं
अपने अंदर के शोर से..!!

Gulzar Shayari in Hindi

कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था,
आज की दास्ताँ हमारी है।

Gulzar Shayari in Hindi

एक सो सोलह चाँद की रातें ,
एक तुम्हारे कंधे का तिल।
गीली मेहँदी की खुश्बू झूठ मूठ के वादे,
सब याद करादो, सब भिजवा दो,
मेरा वो सामान लौटा दो।।

Gulzar Shayari in Hindi

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं।।

Gulzar Shayari in Hindi

लकीरें हैं तो रहने दो,
किसी ने रूठ कर गुस्से में शायद खींच दी थी,
उन्ही को अब बनाओ पाला, और आओ कबड्डी खेलते हैं।।

Gulzar Shayari in Hindi

“एक बार तो यूँ होगा, थोड़ा सा सुकून होगा,
ना दिल में कसक होगी, ना सर में जूनून होगा।”

Gulzar Shayari On Zindagi

Gulzar Shayari in Hindi

अब मत मिलना
तुम दोबारा मुझे,
वक़्त बहुत लगा है
खुद को संभालने में..!!

Gulzar Shayari in Hindi

तुम्हारी आदत सी
हो गई थी हमें,
मालूम तो हमे भी था कि
तुम नसीब में नही हो.

Gulzar Shayari in Hindi

किसी को उजाड़ कर
बसे तो क्या बसे,
किसी को रुला कर
हंसे तो क्या हंसे..!!

Gulzar Shayari in Hindi

ज़रा ये धुप ढल जाए ,तो हाल पूछेंगे ,
यहाँ कुछ साये , खुद को खुदा बताते हैं।

Gulzar Shayari in Hindi

तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी थी और चाँद भी था ,
हाँ मगर नींद नहीं।

Gulzar Shayari in Hindi

सेहमा सेहमा डरा सा रहता है
जाने क्यों जी भरा सा रहता है।

Gulzar Shayari in Hindi

चांदी उगने लगी है बालों में ,
के उम्र तुम पर हसीन लगती है !

Gulzar Shayari in Hindi

हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक्त की शाख से लम्हे नहीं तोड़ा करते |

गुलज़ार शायरी इन हिंदी :-

Gulzar Shayari in Hindi

गलती तेरी थी या
मेरी क्या फर्क पड़ता है
रिश्ता तो हमारा था ना।

Gulzar Shayari in Hindi

अगर मोहब्बत उससे ना मिले
जिसे आप चाहते हो,
तो मोहब्बत उसको जरूर देना
जो आपका चाहते हैं…

Gulzar Shayari in Hindi

सच कहा था
एक फकीर ने मुझसे,
तुझे मोहब्बत तो मिलेगी
पर तड़पाने वाली !

Gulzar Shayari in Hindi

ये रोटियाँ हैं ये सिक्के हैं और दाएरे हैं
ये एक दूजे को दिन भर पकड़ते रहते हैं |

Gulzar Shayari in Hindi

ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में |

Gulzar Shayari in Hindi

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

Gulzar Shayari in Hindi

खाली कागज़ पे क्या तलाश करते हो?
एक ख़ामोश-सा जवाब तो है।

गुलज़ार साहब शायरी हिंदी में :-

Gulzar Shayari in Hindi

जाने वाला कमियां देखता है,
निभाने वाला काबिलियत…

Gulzar Shayari in Hindi

रोना उनके लिए
जो तुम पर निसार हो,
उसके लिए क्या रोना
जिनके आशिक़ हजार हों..

Gulzar Shayari in Hindi

सच बड़ी काबिलियत से
छुपाने लगे हैं हम,
हाल पूछने पर बढ़िया
बताने लगे हैं हम..!

Gulzar Shayari in Hindi

एक सुकून सा मिलता है तुझे सोचने से भी,
फिर कैसे कह दूँ मेरा इश्क़ बेवजह सा है ।।

Gulzar Shayari in Hindi

अजीब सी दुनिया है यह साहब,
यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है।।

Gulzar Shayari in Hindi

जिसे पा नहीं सकते जरूरी नहीं ,
कि उसे प्यार करना भी छोड़ दिया जाए।।

Gulzar Shayari in Hindi

तेरे बगैर किसी और को देखा नहीं मैंने,
सूख गया वो तेरा गुलाब लेकिन फेंका नहीं मैंने।।

गुलज़ार शाहब की शायरी इन हिंदी :-

Gulzar Shayari in Hindi

तिनका सा मै और समुंदर सा इश्क,
डूबने का डर और डुबाना ही इश्क..

Gulzar Shayari in Hindi

बातों से सीखा है हम ने
आदमी को पहचानने का फन
जो हल्के लोग होते हैं
हर वक़्त बातें भारी भारी करते हैं..

Gulzar Shayari in Hindi

वो सफर बचपन के अब तक
याद आते हैं मुझे,
सुबह जाना हो कहीं तो
रात भर सोते नही थे..!

Gulzar Shayari in Hindi

पहले लगता था तुम ही दुनिया हो,
अब लगता है तुम भी दुनिया हो।।

Gulzar Shayari in Hindi

तो कभी हुआ नहीं,
गले भी लगे और छुआ नहीं।।

Gulzar Shayari in Hindi

जरा ठहरो तो नजर भर देखु,
ज़मीं पे चांद कहां रोज-रोज उतरता है।।

गुलज़ार शायरी इन हिंदी

Gulzar Shayari in Hindi

एक बार फिर इश्क़ करेंगे हम,
अभी सिर्फ भरोसा उठा है जनाजा नहीं।।

Gulzar Shayari in Hindi

मुझे खौफ कहां मौत का,
मैं तो जिंदगी से डर गया हूं।।

Gulzar Shayari in Hindi

गये थे सोचकर कि बात बचपन की होगी
मगर दोस्त मुझे अपनी तरक्क़ी सुनाने लगे….

Gulzar Shayari in Hindi

कोई पुछ रहा हैं मुझसे मेरी जिंदगी की कीमत,
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्के से मुस्कुराना।

Gulzar Shayari in Hindi

तेरे जाने से तो कुछ बदला नहीं,
रात भी आयी और चाँद भी था, मगर नींद नहीं।

Gulzar Shayari in Hindi

उम्मीद तो नही,
फिर भी उम्मीद हो,
कोई तो इस तरह,
आशिक़ शहीद हो.

Gulzar Shayari In Hindi images Download

Gulzar Shayari in Hindi

दोस्ती रूह में उतरा हुआ
रिश्ता है साहब,
मुलाकातें कम होने से
दोस्ती कम नही होती..

Gulzar Shayari in Hindi

ये दोस्ती का गणित है साहब
यहां दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता..

Gulzar Shayari in Hindi

आज़माना अपनी यारी को पतझड़ में
मेरे दोस्त सावन में तो हर पत्ता हरा नजर आता है..

Gulzar Shayari in Hindi

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी
तरफ किसी की आँख में हम को भी इंतजार दिखे |

Gulzar Shayari in Hindi

बहुत कम लोग हैं
जो मेरे दिल को भाते हैं,
और उससे भी बहुत कम हैं
जो मुझे समझ पाते हैं..

Gulzar Shayari in Hindi

तुम्हे ज़िन्दगी के उजले मुबारक
अँधेरे हमे आज रास आ गए है
तुम्हे पा के हम खुद से दूर हो गए थे
तुम्हे छोड़ कर अपने पास आ गए है |

Gulzar Quotes In Hindi, गुलज़ार कोट्स इन हिंदी

Gulzar Shayari in Hindi

तमाशा जिंदगी का हुआ,
कलाकार सब अपने निकले !

Gulzar Shayari in Hindi

किसी ने मुझसे पूछा की
दर्द की कीमत क्या है.?
मैंने कहा, मुझे नही पता
मुझे लोग फ्री में दे जाते हैं !

Gulzar Shayari in Hindi

लौटने का ख्याल भी आए
तो बस चले आना,
इंतजार आज भी बड़ी
बेसब्री से है तुम्हारा..

Gulzar Shayari in Hindi

हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको,
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया?

Gulzar Shayari in Hindi

सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो भी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते हैं।

Gulzar Shayari in Hindi

बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो!

Gulzar Shayari in Hindi

सोचता हूँ दोस्तों पर मुकदमा कर दूँ,
इसी बहाने तारीखों पर मुलाक़ात तो होगी..!!!

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