Alfaaz Shayari in Hindi (अलफ़ाज़ शायरी हिंदी में ): A great collection of Hindi Sad Love Shayari, 2 lines, 4 line Shayari, and heart-touching Sad Love Shayari. Here, we’ve tried to give you a small taste of the world of Alfaaz poems, which live in your heart. So read these Alfaaz Shayari in Hindi that will touch your heart and share them on Facebook and WhatsApp.
हिंदी सैड लव शायरी, दो लाइन, चार लाइन और दिल को छू लेने वाली शायरी का एक उत्कृष्ट संग्रह। हमने यहां आपको अल्फ़ाज़ की कविताओं की दुनिया का एक हिस्सा देने का प्रयास किया है, जो आपके दिल में गहराई से बस गया है। यही कारण है कि इन हिंदी अल्फाज शायरी को पढ़ें, जो आपके दिल को छू जाएंगे, फिर इन्हें फेसबुक और WhatsApp पर शेयर करें।
Contents
- 1 Latest Alfaaz Shayari In Hindi
- 2 Alfaaz Shayari
- 3 Gulzar’s Alfaaz Shayari 2 line
- 4 Alfaaz Shayari
- 5 Alfaaz Shayari in Hindi
- 6 Alfaaz Shayari
- 7 alfaaz shayari images
- 8 Alfaaz Shayari
- 9 kuch ankahe alfaaz shayari in hindi
- 10 alfaaz shayari dp Hindi
- 11 Alfaaz Shayari
- 12 dil ke alfaaz shayari
- 13 Alfaaz Shayari
- 14 alfaaz shayari urdu
- 15 Alfaaz Shayari
- 16 alfaaz shayari facebook
- 17 Alfaaz Shayari
- 18 अल्फ़ाज़ शायरी हिंदी
- 19 Alfaaz Shayari
- 20 अल्फ़ाज़ कोट्स इन हिंदी
- 21 Alfaaz Shayari
- 22 Adhure Alfaaz Shayari
- 23 Alfaaz Shayari
- 24 Ankahe Alfaaz Shayari
- 25 Alfaaz Shayari
- 26 Alfaaz Shayari in Hindi
- 27 Alfaaz Shayari
- 28 खामोश अलफ़ाज़ शायरी
- 29 Alfaaz Shayari
- 30 अधूरे अलफ़ाज़ शायरी
- 31 Alfaaz Shayari
- 32 Heart Touching Alfaaz Shayari with Image
- 33 Alfaaz Shayari
- 34 Beautiful Alfaaz Shayari Download
- 35 Alfaaz Shayari
- 36 Deep Words Alfaaz Shayari Hindi
- 37 Alfaaz Shayari
- 38 दिल के अलफ़ाज़ शायरी
- 39 Alfaaz Shayari
- 40 Alfaaz Shayari In Hindi And English Fonts
- 41 Alfaaz Shayari In Hindi
- 42 Alfaaz Quotes in Hindi
- 43 Alfaaz Shayari Status
- 44 अनकहे अलफ़ाज़ शायरी
- 45 4 Line Alfaaz Shayari in Hindi
- 46 2 Line Alfaaz Shayari in Hindi
- 47 Alfaaz Shayari
- 48 Alfaaz Shayari Sad
- 49 अनकहे अलफ़ाज़ शायरी
- 50 Khamosh Alfaaz Shayari
Latest Alfaaz Shayari In Hindi
ज़िन्दगी यूँ ही बहुत कम है
मोहब्बत के लिए,
फिर एक दूसरे से रूठकर
वक़्त गँवाने की जरूरत क्या है।

आसमां में खलबली है सब यही पूछ रहे हैं !!
कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए !!
डाल दो अपनी दुआ के,
चंद अल्फाज मेरी झोली में,
क्या पता आपके लब हीले,
और मेरी जिंदगी बदल जाए।
कुछ उसे भी दूरियाँ पसंद थीं ,
और कुछ मैंने भी वक़्त मांगना छोड़ दिया !
मैं करूं अगर सामने से पहल
तो बात हो जाती है,
वरना सुबह से शाम
और शाम से रात हो जाती है।
अगर एहसास बयां हो जाते लफ्जों से..
तो कौन करता कद्र खामोशियों की..!!
💔😔💯

बिछड़ के तुझसे किसी दूसरे पर मरना है,
ये तजुर्बा भी इसी जिन्दगी में करना है।🙂💙🥀
तेरी याद तेरी चाहत शायरी के अल्फाज बन गए,
भरी महफिल में लोग मेरे दर्द को भी वाह वाह कह गए।
कुछ इस तरह से हमारी बातें कम हो गई..
कैसे हो पर शुरू और ठीक हो पर खत्म हो गई..
डाल दो अपनी दुआ के,
चंद अल्फाज मेरी झोली में,
क्या पता आपके लब हीले,
और मेरी जिंदगी बदल जाए।
तारीफ करने का तो सिर्फ एक बहाना है !!
असल में हमे तुम्हारे घर में आना है !!
मेरे दिल की राख कुरेद मत, इसे मुस्कुरा के हवा न दे,
ये चराग़ फिर भी चराग़ है, कहीं तेरा हाथ जला ना दे..

अल्फ़ाज़ नही मिले ससे मिलने के बाद,
अपने दिल का हाल कहे बिना ही लौट आया।
फिर कोई जुदा नहीं कर पायेगा हमें !!
अगले जन्म आऊंगा तेरे मजहब का बन कर !!
अल्फ़ाज़ों में क्या बयां करें अपनी मोहब्बत के अफ़साने,
हमारे में तो तुम ही हो तुम्हारे दिल की खुदा जाने।
तुम्हारा साथ छूटने के बाद,
बड़े हल्के से पकड़ता हूं अब मै सबकुछ.!
😊💔🥀
इश्क के भी अलग ही फसाने हैं।
जो हमारे नही हैं हम उनके ही दीवाने हैं।।

एक दूरी बनाए रखनी थी
सबसे नजदीकियां निभाते हुए।
🖤💯
शायर है हम शराबी नहीं,
जब तक चाय नहीं पीते,
अल्फाज पन्नों पर नहीं बरसते।
हम अल्फाजो से खेलते रह गए,
और वो दिल से खेल के चली गयी।
सिर्फ लफ्ज़ नहीं ये दिलों की कहानी है !!
हमारी शायरी ही हमारे प्यार की निशानी है !!
दोस्त बेशक एक हो लेकिन ऐसा हो,
जो अल्फाज से ज्यादा खामोशी को समझें।

क्या लिखूं और कितना लिखूं दिल के एहसासों को,
जिंदगी भरी पड़ी है सब अनकहें अल्फाज़ों से।
वह जो औरों को बताती है
जीने के तरीके
खुद अपनी मुट्ठी मेँ
मेरी जान लिए बैठी है
दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले !!
नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है आज फिर !!
मेरी बेतुकी सी बातों पर वो हंसता बहुत था….
एक शख़्स मेरी खुशी के लिए जिन्दगी से
लड़ता बहुत था..
🌹💌💯
इश्क के भी अलग ही फसाने हैं।
जो हमारे नही हैं हम उनके ही दीवाने हैं।।
कौन हूं, कहां हूं, क्या हूं, क्या नही हूं मैं
खुद से खुद पे दस्तक दी और कह दिया नही हूं मैं

“बहुत” शोक था दुसरो को खुश रखने का
होश तब आया जब खुद को अकेला पाया।💔
वादों की तरह इश्क़ भी आधा रहा,
मुलाकातें कम रहीं, इंतजार ज्यादा रहा
मत देख वो शख्स गुनहगार है कितना,
ये देख की तेरे साथ वफादार है कितना।
❣️💯✍🏻
तेरी याद तेरी चाहत शायरी
के अल्फाज बन गए,
भरी महफिल में लोग मेरे
दर्द को भी वाह वाह कह गए।
ये इश्क भी बेसबब हसरतें पाल लेता है !!
रेत का सफर है और दरिया थाम लेता है !!

अजीब किस्सा है उनके और हमारे दरमियान !!
वो मुझे तोड़ने में कसर नहीं छोड़ते हम उन्हें टूटकर
चाहने में !!
एक उम्र कटी दो अलफ़ाज़ में
एक आस में… एक काश… में
हां, याद आया,
उसका आखरी अलफ़ाज़ यही था,
जी सको तो जी लेना,
लेकिन मर जाओ तो बेहतर है।
जवाब रखे रखे सवाल हो गए,
अब तो खुद से मिले कई साल हो गए !!🍂🍁
इश्क़ में यह बात मुझे रह रह कर खटकती है,
दिल उसका भरा था मुझसे तो आंख मेरी क्यूं छलकती है।

जिंदगी जला ली हमने जैसी जलानी थी, शाहब
अब धुएं पे तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी..!
ज़िन्दगी यूँ ही बहुत कम है, मोहब्बत के लिए,
फिर एक दूसरे से रूठकर वक़्त गँवाने की जरूरत क्या है।
आ लिख दूँ कुछ तेरे बारे में,
मुझे पता है कि तू रोज ढूंढती है,
खुद को मेरे अल्फाजो में।
न अहसास बचे हैं,
न अल्फ़ाज़ बचे हैं,
खो गयी है मुस्कान,
बस राज़ बचे हैं।
असल में वो रुका हुआ नहीं था !!
मैं ने पकड़ा हुआ था छोडा छूट गया !!
तकलीफ़ भी मिटी नही, दर्द भी रह गया,
पता नही आंसुओं के साथ क्या-क्या बह गया.!!

ख़ूब गहरी सी वो मस्त-मलंग आँखें !!
कह गयी खामोशी में भी हजार बातें !!
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह।
वह जो औरों को बताती है जीने के तरीके
खुद अपनी मुट्ठी मेँ मेरी जान लिए बैठी है😊
ना अनपढ़ रहे, ना काबिल हुए
खामखां ए जिन्दगी, तेरे स्कूल में दाखिल हुए..!
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह। ✍
ना अनपढ़ रहे, ना काबिल हुए
खामखां ए जिन्दगी, तेरे स्कूल में दाखिल हुए..!
Alfaaz Shayari

आग, ज़हर, मौत फिर सब प्यारी लगने लगती है,
अपनी बेचारगी भी जब बेचारी लगने लगती है।
चलो माना कि हमें प्यार का इज़हार करना नहीं आता,
जज़्बात न समझ सको इतने नादान तो तुम भी नहीं।
कोई दर्द से बच जाए, ये सवाल ही नही होता!
क्योंकि, मोहब्बत के रास्ते पर अस्पताल ही नही होता।।
तुम्हे सोचा तो हर सोच से खुशबू आई,
तुम्हे लिखा तो हर अलफ़ाज़ महकता पाया।
अल्फ़ाज़ों में क्या बयां करें
अपनी मोहब्बत के अफ़साने,
हमारे में तो तुम ही हो
तुम्हारे दिल की खुदा जाने।
इश्क़ में तुम तो सिर्फ़ रुसवा हुए हो !!
मगर हम तो सरेआम तमाशा हो गए !!
फासला दिल से ना हो बस यही दुआ करना,
कभी यादों में, तो कभी ख्वाबों में, मिला करना..!
Gulzar’s Alfaaz Shayari 2 line

मोहब्बत गुजरी थी कभी अपने भी करीब से,
बड़ा महंगा था मामला, संभाली ना गई मुझ गरीब से।।
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूं ही गुजर जाते हैं,
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं
फासले रख के क्या हासिल कर लिया तूने…
रहती तो आज भी तू मेरे दिल में ही है… 💕💕
अलफ़ाज़ चुराने की हमें जरुरत ही ना पड़ी कभी,
तेरे वे हिसाब ख्यालों ने वे हतासा लफ्ज दिए।
इस दिल में किस किस को जगह दें साहब !!
ग़म रखें दम रखें, फरियाद रखें या तेरी याद रखें !!
अक्सर गुजरती हैं रातें तेरी यादों के साथ
अक्सर हर एक सवेरा नई आस लेकर आता है…
इस तरह भी होता है इश्क आजमाकर तो देख
बिना मिले उम्र भर चलता है सिलसिला निभा कर तो देख
Alfaaz Shayari

जख्म तो आज भी ताज़ा है पर वो निशान चला गया
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है पर वो इंसान चला गया
उनको भी हमसे मोहब्बत हो ज़रूरी तो नही,
इश्क़ ही इश्क़ की कीमत हो ज़रूरी तो नही..
जिसके होने से मै खुद को मुकम्मल मानता हूं,
मै ख़ुदा से पहले मेरी मां को जानता हूं।❤️❤️
वक्त कम मिला साथ वक्त बिताने को,
फिर एक जन्म लेंगे तुमसे मुकम्मल इश्क़ फरमाने को…
उनके आने से आ जाती है मेरे चेहरे पे रौनक ,,
और वो समझते हैं कि मेरा हाल अच्छा है…✍️
जब अलफ़ाज़ पन्नो पर शोर करने लगे,
समझ लेना सन्नाटे बढ़ गए हैं।
हमने बस मोहब्बत की थी शिद्दत वाली !!
उसने लफ़्ज़ों वादों के हेर-फेर में मार डाला !!
Alfaaz Shayari in Hindi

वक्त कम मिला साथ वक्त बिताने को,
फिर एक जन्म लेंगे तुमसे मुकम्मल इश्क़ फरमाने को…
बाक़ी ही क्या रहा है तुझे माँगने के बाद
बस इक दुआ में छूट गए हर दुआ से हम 🥀✍️
वो कहते हैं,
कैसे बयां करे हम अपना हाल-ए-दिल,
हमने कहा बस,
तीन अलफ़ाज़ काफी हैं प्यार का इज़हार करने के लिए।
दिल के जज्बातों को अल्फाजों
में बयाँ करना पड़ता है,
अब वो मोहब्बत नहीं जो
जज्बातों को समझ सके।
साथ भीगें बारिशों में ये तो अब मुमकिन नहीं !!
चल भीगें यादों में तू कहीं मैं कहीं !!
काबिल नही थे फिर भी हमने इकरार किया,
उम्मीद नहीं थी लौटने की फिर भी इंतज़ार किया…
Alfaaz Shayari

मुझे तुझसे कोई शिकवा या शिकायत नही,
शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नही है,
मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया,
मैने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नही है।
उनके आने से आ जाती है मेरे चेहरे पे रौनक ,,
और वो समझते हैं कि मेरा हाल अच्छा है…✍️
शायद इश्क अब उतर रहा है सर से,
मुझे अलफ़ाज़ नहीं मिलते शायरी के लिए।
चलो माना कि हमें प्यार
का इज़हार करना नहीं आता,
जज़्बात न समझ सको
इतने नादान तो तुम भी नहीं।
उठ जाता है भरोसा तो दोबारा नहीं हो सकता !!
जो आंसुओ की वजह बने वो कभी तुम्हारा नहीं हो सकता !!
पसंद बना के ठुकराया गया है
बुरा नहीं था मैं बनाया गया है..!
💔🥀
alfaaz shayari images

जिसके होने से मै खुद को मुकम्मल मानता हूं,
मै ख़ुदा से पहले मेरी मां को जानता हूं।❤️
अगर पसंद नहीं मेरा साथ तो दूर हो जाओ,
ऐसे हर रोज बिजी होने का बहाना मत बनाओ!
❤️🥀❤️
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है,
जिंदगी उसकी एक उदास शाम होती है,
दिल के साथ दौलत ना हो जिसके पास,
मोहब्बत इस गरीब की नीलाम होती है!!
बाक़ी ही क्या रहा है तुझे माँगने के बाद
बस इक दुआ में छूट गए हर दुआ से हम 🥀✍️
शायद इश्क अब उतर रहा है सर से,
मुझे अलफ़ाज़ नहीं मिलते शायरी के लिए।
अब ये न पूछना के मैं
अलफ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ
दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ।
मौसम में भी रंग भर जाता था !!
जब वो छत पर नज़र आता था !!
Alfaaz Shayari

फिजूल हैं सारी दलीलें सब गवाह दीवानों की वकालत में
सुकून का कानून ही नही है इश्क़ की अदालत में..
कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में,
लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलता नही,
अगर मिले खुदा तो मांग लूंगा उसको,
पर सुना है खुदा मरने से पहले मिलता नही!!
अगर पसंद नहीं मेरा साथ तो दूर हो जाओ,
ऐसे हर रोज बिजी होने का बहाना मत बनाओ!
❤️🥀❤️
हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला…
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले….🍂💙✍️
मत लगाओ बोली
अपने अल्फ़ाज़ों की
हमने लिखना शुरू किया
तो तुम नीलाम हो जाओगे
गुज़र चुका जो वक़्त उसको याद करना क्या !!
अब बहुत हुआ ऐ इश्क़ तेरे लिए रोज़ रोज़ मरना क्या !!
kuch ankahe alfaaz shayari in hindi

नियम भी हैं, कायदे भी हैं
रस्में भी हैं, वायदे भी हैं
तुमने नुकसान उठाया है, पर सुनो
इश्क़ के अपने फ़ायदे भी हैं
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए.🙂✍️
रहकर तुझसे दूर, कुछ यूं वक्त गुजारा मैने,
ना होंठ हिले ना आवाज़ आई,
फिर भी हर वक्त तुझको पुकारा मैने!!
बिखरे पड़े हैं हर्फ कई,
तू समेट कर इन्हे अल्फाज़ कर दे,
जोड़ दे बिखरे पन्ने को,
मेरी जिंदगी को तू किताब कर दे।
मेरे लब्जो ने आज फिर
ये कैसी शरारत की है,
नैनो से तुझको खोजा मगर
अल्फाजों से गुस्ताखी की है।
छुपती फिरेंगी शर्म के मारे उदासियां !!
बस इक मेरे महबूब के हंसने की देर है !!

काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर…
वो आके गले लगा ले मेरी इजाज़त के बगैर…
अगर मैं गलत तो सही तू भी नही,
हारा में इश्क में तो जीती तू नही !!
💔🥀😔
तमाम उम्र गुजार देगें हम राह-ए-इंतजार में,
झूठा ही सही पर आने का एक वादा तो कर दे।
फासले रख के क्या
हासिल कर लिया तूने…
रहती तो आज भी
तू मेरे दिल में ही है…
मेरा चेहरा इसलिए भी ज़र्द रहता है !!
मुझे अपने अलावा भी किसी का दर्द रहता है !!
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शिकायत नही जिंदगी से की तेरा साथ नही..
बस तू खुश रहना यार हमारी कोई बात नही…
खाली वक़्त में कभी याद आऊं
समझ लेना तुम्हारे अंदर कहीं जिन्दा हूँ मै।
दिल चीर जाते हैं ये अल्फाज उनके,
वो जब कहते हैं हम कभी एक नहीं हो सकते।
दोस्त बेशक एक हो लेकिन ऐसा हो,
जो अल्फाज से ज्यादा
खामोशी को समझें।
कशिश भी रही कश्मकश भी रही!!
आखिर में लेकिन बस कसक ही रही !!
ये जो खामोश से अलफ़ाज़ लिखे है न,
पढ़ना कभी ध्यान से चीखते कमाल है।
इस निगाह से उसने देखा मुझको, मेरा मुआयना हो गया,
वो मेरे सामने खड़ा रहा और मैं उसका आइना हो गया।
Alfaaz Shayari

माना की तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है,
पर तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा गुजरता है।
🖤🖤💯
आधे यहां आधे वहां रखे हैं,
ये ख्याल तुम्हारे, जाने कहां कहां रखे हैं।।
वो दौर भी आया सफ़र में, साहब,
जब मुझे अपनी पसंद से भी नफ़रत हुई..।
😔💔🥀
अलफ़ाज़ गिरा देते हैं जज़्बात की क़ीमत,
हर बात को अलफ़ाज़ में तोला न करो।
मेरी शायरी का असर उन
पर हो भी तो कैसे हो ?
के मैं अहसास लिखता हूँ
वो अल्फाज़ पड़ते हैं।
हमारे ख्वाब में अक्सर तुम्हारे अक्स आते हैं !!
लब खामोश हैं लेकिन नयन सब कुछ बताते हैं !!
dil ke alfaaz shayari

क्या शिकवा क्या उम्मीद क्या मशवरा कीजिये…
जाने वाले ने जाने की ठानी है जाने भी दीजिए।।
बुझ जाएंगी सारी आवाज़ें
यादें यादें रह जायेंगी
तस्वीरें बचेंगी आँखो में
और बातें सब बह जायेंगी।
रुतबा तो खामोशियों का होता है मेरे दोस्त,
अलफ़ाज़ तो बदल जाते है लोगों को देखकर।.
तुम चाहे मुझसे कितनी भी दूर चले जाना !!
मैं नहीं भूलूँगा तुम्हें अल्फ़ाज़ों से सजाना !!
कर लेना दिल से बस याद तुम हमको इकबार !!
खयाल-ए-इंतज़ार से पहले हम तुम्हारे होंगे !!
बिछड़ के तुझसे
किसी दूसरे पर मरना है,
ये तजुर्बा भी
इसी जिन्दगी में करना है।
Alfaaz Shayari

जिस बात से दिल डरता था वो हो गई
कुछ दिन के लिए क़िस्मत जागी थी अब सो गई.
फिसल कर वक्त के फर्श पर उम्र ढल जाती है,
कई बार बिना जिए भी जिंदगी गुज़र जाती है..!
एक साथ चार कंधे देखकर जहन में आया,
एक ही काफी था गर जीते जी मिला होता।
😊💔🥀
मत लगाओ बोली अपने अल्फ़ाज़ों की,
हमने लिखना शुरू किया तो तुम नीलाम हो जाओगे।
सिमट गई मेरी गजल
भी चंद अलफ़ाजो में,
जब उसने कहा
मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं।
एक नया फूल खिला अफसाने में !!
उसने मुड़ कर देख लिया अनजाने में !!
alfaaz shayari urdu

दिल छोड़कर और कुछ माँगा करो हमसे,
हम टूटी हुई चीज का तोहफ़ा नही देते।
दो पल मुस्कुराकर हुई आँखे नम,
फिर वही ग़म फिर वही हम।।
💯💔🥀
खता हो जाती है जज़्बात के साथ,
प्यार उनका याद आता है, हर बात के साथ,
खता कुछ नहीं, बस प्यार किया है,
उनका प्यार याद आता है, हर अलफ़ाज़ के साथ।
जिसे खोने का डर हमें सबसे ज्यादा होता है,
उसे एक दिन हम खो ही देते हैं।
💯💯
अकसर वो फ़ैसले मेरे हक़ में गलत हुए !!
जिन फ़ैसलों के नीचे तेरे दस्तख़त हुए !!
जब अलफ़ाज़
पन्नो पर शोर करने लगे
समझ लेना सन्नाटे बढ़ गए हैं
Alfaaz Shayari

जिसे खोने का डर हमें सबसे ज्यादा होता है,
उसे एक दिन हम खो ही देते हैं।
💯💯
आंखों से भरोसे के अब ख़्वाब उतारे जाएं,
कर लेंगे दोस्ती पहले नक़ाब उतारे जाएं..
बहुत मुश्किल होता हैं ना…..
किसी का होकर फिर से खुद का होना..।
मुख्तसर सी जिन्दगी के भी अज़ीब फसाने हैं…
यहां तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं.!!
ये बारिश जो यूं उमड़ पड़ी है,
लगता है तुम शहर में हो.।
😇💯
अब ये न पूछना के मैं अलफ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ,
कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ।
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माना की तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है,
पर तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा गुजरता है।
🖤🖤💯
चाहे वो तकलीफ कितनी भी दे
फिर भी सुकून उसी के पास मिलता है!
❤️💯🥀
मिजाज़ अपना कुछ ऐसा बना लिया हमने,
किसी ने कुछ भी कहा, बस मुस्कुरा दिया हमने।
सभी तारीफ करते हैं मेरी शायरी की लेकिन,
कभी कोई सुनता नहीं मेरे अल्फाज़ो की सिसकियाँ।
दोस्तों से रिश्ता रखा करो,
जनाब तबियत मस्त रहेगी,
ये वो हकीम हैं जो,
अल्फ़ाज़ से इलाज कर दिया करते हैं
जहां रुक जाऊं वहीं मिल जाना तुम !!
इस भीड़ में मुझे, कोई अपना भी चाहिए !!
Alfaaz Shayari

लुटा दिए थे कभी जो ख़ज़ाने ढूँढते हैं,
नए जमाने में कुछ दिन पुराने ढूंढते हैं
शाम हुई मुझे उसकी याद आई,
फिर पता चला वो तो चली गईं.!
💔😔🥀
खाली वक़्त में कभी याद आऊं
समझ लेना तुम्हारे अंदर कहीं जिन्दा हूँ मै।
चंद अल्फ़ाज़ के मोती हैं मेरे दामन में,
है मगर तेरी मोहब्बत का तक़ाज़ा कुछ और।
आँसू मेरे देख के क्यों
परेसान है ए दोस्त,
ये तो वो अलफ़ाज़ है
जो जुबां तक ना आ सके।
लाजमी था उसका गुरूर करना !!
हम इश्क़ की जगह उसकी इबादत जो कर बैठे !!
अल्फ़ाज़ शायरी हिंदी

जुदाई इश्क़ का दस्तूर क्यूँ है हम नहीं समझे !!
मोहब्बत इस क़दर मजबूर क्यूँ है हम नहीं समझे !!
ये जो खामोश से अल्फ़ाज़ लिखे है न
पढ़ना कभी ध्यान से, चीखते कमाल है
कुछ अल्फाज के सिलसिले से बनती है शायरी,
और कुछ चेहरे अपने आप में पूरी गजल होते हैं।
एक साथ चार कंधे देखकर जहन में आया,
एक ही काफी था गर जीते जी मिला होता।
😊💔🥀
मुद्दतें बीत गईं इक ख़्वाब सुहाना देखे…
जागता रहता है हर नीद में बिस्तर मेरा !
अब डर अंधेर से नहीं,
लोगो के लगाव से लगता है..।
💯❤️🥀
Alfaaz Shayari

कुछ खोए हैं अल्फाज़ मेरे
कुछ दिन में भी रानाई है,
खामोश हुए अरमान भी हैं
और फिज़ा में छाई तन्हाई है !!
कुछ चाहिए तो संभलना पड़ेगा,
ना चाहते हुए भी बदलना पड़ेगा ।।
💯❤️💯
जिसे खोने का डर हमें सबसे ज्यादा होता है,
उसे एक दिन हम खो ही देते हैं।
💯💯
महसूस करोगे तो कोरे कागज पर भी नज़र आएंगे,
हम अल्फ़ाज़ हैं तेरे हर लफ्ज़ में ढल जाएंगे।
न चाकू, न खंजर,
न तलवार कर सकेंगे,
रकीब के दिल में घाव
मेरे लिखे अल्फाज़ करेंगे।
तुझसे मिलकर मैं तुझमे ही बस जाऊँ !!
तू गंगा बने तो मैं ऋषिकेश हो जाऊँ !!
अल्फ़ाज़ कोट्स इन हिंदी

हर शख्स मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है…
उन्हे कैसे समझाऊं की कुछ ख्वाब अधूरे हैं मेरे
वरना जीना तो मुझे भी आता है…
किताबें खोल कर बैठे हैं लेकिन,
रिवीजन तुम्हारा हो रहा है।
❤️😔🥀
ये बारिश जो यूं उमड़ पड़ी है,
लगता है तुम शहर में हो.।
😇💯
कई हर्फ़ों से मिल कर बन रहा हूँ,
बजाए लफ़्ज़ के अल्फ़ाज़ हूँ मैं।
एक दूरी बनाए रखनी थी
सबसे नजदीकियां निभाते हुए।
अभी भी नरम बातों की महक आती है साँसों में !!
कैसे तुमने गले लगाया था हमें बातों ही बातों में !!
Alfaaz Shayari

इश्क़ में सुकूँ कहाँ बेकरारी ही बेकरारी !!
हिस्से में कभी हमारी कभी तुम्हारी बारी !!
सभी तारीफ करते हैं
मेरे तहरीर की लेकिन,
कभी कोई नहीं सुनता
मेरे अलफ़ाज़ की सिसकियाँ।
सारी रात तेरे यादों में खत लिखते रहे,
पर दर्द ही इतना था की,
अश्क बहते रहे और अल्फाज बहते रहे।
चीज जिसे दिल कहते हैं, भूल गए हैं रख कर कहीं,
एहसास जिसे प्यार कहते हैं, भूल गए हैं वो दफना के कहीं।
😊🖤🥀
यही एक राहत भी और गिला भी यही,
वो मिला तो सही मगर मिला ही नही..!
डरने लगे है माँ बाप भी कुछ कहने से,
ये नई नस्ल पंखे से जल्दी लटक जाती है !!
💯🥺👏
Adhure Alfaaz Shayari

हादसों की जद में हैं तो क्या मुस्कुराना छोड़ दें,
जलजलों के खौफ से क्या घर बनाना छोड़ दें??
बहुत थे, फिर कुछ ही रह गए,
जो रह गए, वही बहुत है. !!
❤️💯🥀
गुजर जाएगा ये दौर भी, जरा सबर तो रखिए..
जब खुशी नही ठहरी तो गम की क्या औकात है।😊🌹
अधूरे रहते हैं मेरे अल्फाज तेरे जिक्र के बिना,
मेरी शायरी की रूह तो बस तु है।
हां, याद आया,
उसका आखरी अलफ़ाज़ यही था,
जी सको तो जी लेना,
लेकिन मर जाओ तो बेहतर है।
Alfaaz Shayari

शहर भर में मजदूर जैसे दर-बदर कोई न था,
जिसने सबका घर बनाया, उसका घर कोई न था…
बहुत प्यार से रखेंगे,
एक बार हमारे होकर तो देखो…!!
❤️💯🥀
कोई शर्त नहीं है कोई शिकायत नहीं है तुमसे !!
बस सीधी सी मुहब्बत है दीदार की चाहत है तुमसे !!
शायद इश्क अब
उतर रहा है सर से
मुझे अलफ़ाज़ नहीं
मिलते शायरी के लिए
ये अलग बात कि अल्फ़ाज़ हैं मेरे लेकिन,
सच तो बस ये है कि तेरी ही सदा है मुझ में।
Ankahe Alfaaz Shayari

अलफ़ाज़ तो बहुत हैं मोहब्बत बयान करने के लिए,
पर जो खामोशी नहीं समझ सकते वो अलफ़ाज़ क्या समझेगेे..😊💯
लोग हर मोड़ पर रुक रुक के संभलते क्यों हैं,
जब इतना डरते हैं, तो घर से निकलते क्यों हैं..
अच्छा लगता हैं खामोश बैठकर
किसीको बहुत देर तक सोचना…।
🥺🥀🍁
इश्क़ की नीलामी थी वफ़ा के बाजार में !!
जो बेवफ़ा था मोहब्बत खरीद ले गया !!
अल्फ़ाज़ के दिवाने
तो लाखों हैं मेरे,
तलाश तो खामोशी
पढने वाले की है।
Alfaaz Shayari

अहसास अपने थे, अल्फाज़ भी अपने थे,
बस वो ही नही पढ़ पाए, जो ख़ास अपने थे।।
मेरे अल्फ़ाज ही है मेरे दर्द का मरहम,
गर मैं शायर ना होता तो पागल होता।
✍️बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है…😊✍️
छोड़ो यार इश्क़ का रोग
झूठी हैं दुनिया झूठे है ये लोग…..!!
❤️🥀
हर बात पे महके हुए जज़्बात की खुशबू !!
आज याद बहुत आयी उनसे मुलाक़ात की खुशबू !!
Alfaaz Shayari in Hindi

मत देख वो शख्स गुनहगार है कितना,
ये देख की तेरे साथ वफादार है कितना।
उठा लाया किताबों से वो इक अल्फ़ाज़ का जंगल,
सुना है अब मिरी ख़ामोशियों का तर्जुमा होगा।
अलफ़ाज़ तो बहुत हैं मोहब्बत बयान करने के लिए,
पर जो खामोशी नहीं समझ सकते वो अलफ़ाज़ क्या समझेगेे..😊💯
ज़िन्दगी यूँ ही बहुत कम है, मोहब्बत के लिए,
फिर एक दूसरे से रूठकर वक़्त गँवाने की जरूरत क्या है।
तुम्हारी थी, तुम्हारी हुं,
तुम्हारी रहूंगी पता नहीं तुम ऐसा message कब करोगी.!!
❤️💯🥀
Alfaaz Shayari

जवाब रखे रखे सवाल हो गए,
अब तो खुद से मिले कई साल हो गए !!🍂🍁
कर दिया ना फिर से तन्हा !!
कसमें तो ऐसे खाते थे, जैसे सिर्फ मेरे हो तुम !!
आ लिख दूँ कुछ तेरे बारे में,
मुझे पता है कि तू रोज ढूंढती है,
खुद को मेरे अल्फाजो में।
कागज पर गम को उतारने के अंदाज ना होते,
मर ही गये होते अगर शायरी के अल्फाज ना होते।
✍️बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है…😊✍️
खामोश अलफ़ाज़ शायरी

वह जो औरों को बताती है जीने के तरीके
खुद अपनी मुट्ठी मेँ मेरी जान लिए बैठी है😊
अब कितने इशारे करूं यार,
तुम खुद ही समझ जाओ ना मेरे प्यार को…!!
💯🥀
नज्मों से ना तोलो जज़्बातों को !!
कागज़ पर उतारने में और दिल से गुज़रने में फर्क होता है !!
अक्सर अल्फ़ाज़
खामोश हो जाते हैं वहा,
जहा बाते निगाहों से शुरु होती हैं।
प्यार अल्फाजों का खेल है,
प्यार करने वाला खामोशी को भी समझ जाता है,
और प्यार ना करने वाले को,
छोड़ देना ही बेहतर होता है।
Alfaaz Shayari

अगर आप अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं, 💙
और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं..✍️
एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,
तू आज भी बेखबर है कल की तरह। ✍️
कुछ तो जादू है तुम्हारे नाम में,
नाम सुनते ही चहरे पर मुस्कान आ जाती है…!!
☺️❤️🥀
बड़ी आरूजु थी महबुब को बेनकाब देखें !!
दुपट्टा जो सरका तो जुल्फें दीवार बन गई !!
उनके आने से आ जाती है
मेरे चेहरे पे रौनक ,,
और वो समझते हैं
कि मेरा हाल अच्छा है…
अधूरे अलफ़ाज़ शायरी

मोहब्बत❣️ उसे भी बहुत है मुझसे ,,
जिंदगी सारी इस वहम ने ले ली…✍️
जब सन्नाटा फ़ैल जाये तो समझ लेना,
कि अल्फ़ाज गहरे उतरे हैं दिल में।
चलो माना कि हमें प्यार का इज़हार करना नहीं आता,
जज़्बात न समझ सको इतने नादान तो तुम भी नहीं।
मुझे तो सिर्फ तू चाहिए,
न तेरे जैसा न तुमसे बेहतर..!!
💞🍁🥀
मैं तुझको जागती आँखों से छूू सकु ना कभी !!
मेरी अना का भरम रख ले मेरे ख़्वाब में आकर !!
Alfaaz Shayari

फासले रख के क्या हासिल कर लिया तूने…
रहती तो आज भी तू मेरे दिल में ही है… 💕💕
तुम जो आओ तो नींद नहीं आती,
नींद आए तो सारे ख्वाब तेरे हैं…
❤️🥀💯
मन बावला हो जाता है उसके इन्तज़ार में !!
जाने कौनसी बात है इस निगोडे़ के प्यार में !!
प्यार की तरह आधे अधूरे
से अल्फाज थे हम,
तुमसे क्या जुड़े जिंदगी
पूरी तरह गजल बन गई।
कमाल की चीज है ये मोहब्बत अधूरी हो सकती है, 💔
पर कभी खत्म नही हो सकती। 💯✍️
Heart Touching Alfaaz Shayari with Image

कुछ उसे भी दूरियाँ पसंद थीं ,
और कुछ मैंने भी वक़्त मांगना छोड़ दिया !
बहुत याद आता है,
तेरे साथ गुजारा हुआ वक्त…!
❤️😔🥀
बहुत संभाल के रख़ें हैं तुम्हारे ख़याल !!
एक तस्वीर वो बेपनाह इश्क और कई साल !!
अलफ़ाज़ चुराने कीहमें जरुरत ही ना पड़ी कभी,
तेरे वे हिसाब ख्यालों नेवे हतासा लफ्ज दिए।
बंद रहते हैं जो अल्फ़ाज़ किताबों में सदा,
गर्दिश-ए-वक़्त मिटा देती है पहचान उन की।
Alfaaz Shayari

कुछ इस तरह से तेरे मेरे रिश्ते ने आखिरी साँस ली ,
न मैंने पलटकर देखा न तुमने आवाज दी।
बिछड़ के तुझसे किसी दूसरे पर मरना है,
ये तजुर्बा भी इसी जिन्दगी में करना है।🙂💙🥀
बहुत कम लोग मुझे पसंद आते हैं
उसमें भी बहुत कम है जो मुझे समझ पाते हैं।
❤️🥀💯
तुम इश्क की ख़ुद इक दुनिया हो शायद ये तुम्हें मालूम नहीं !!
महफ़िल में तुम्हारे आने से हर चीज़ पे नूर आ जाता है !!
हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला…
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले…
तेरे अल्फाज हमारे दिल को,
कुछ इस तरह भा जाते हैं,
तू झूठा ही हम पर प्यार दिखाएं,
हम तो उससे भी खुश हो जाते हैं।
Beautiful Alfaaz Shayari Download

मैंने नजदीकियों में खलिश देखी है,
मैंने दूरियों में पनपता इश्क़ देखा है।
😊🌹💌
तुम्हारा साथ छूटने के बाद,
बड़े हल्के से पकड़ता हूं अब मै सबकुछ.!
😊💔🥀
मैं किसी और से कैसे प्यार कर लूं
जब मैं पूरी रात तुम्हारे बारे में सोचता हूं !!
💯💔🥀.
मोहब्बत दिल में गर हो तो ज़ुबां पर भी मचलती है !!
ये खुशबू है बिखर कर के हवाओं में महकती है !!
यूँ ना समझ पाओगे अल्फाज़ो को मेरे,
मेरी शायरियां समझने के लिए दिल तुड़वाना पड़ता हैं।
Alfaaz Shayari

एक दूरी बनाए रखनी थी
सबसे नजदीकियां निभाते हुए।
🖤💯
मैं किसी और से कैसे प्यार कर लूं
जब मैं पूरी रात तुम्हारे बारे में सोचता हूं !!
💯💔🥀
हाथ रख दिल पे मेरे और कसम खा के बता !!
क्या मेरी तरह तुझे चाहने वाला कोई है !!
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए
ख़याल क्या है जो अल्फ़ाज़ तक न पहुँचे ‘साज़’,
जब आँख से ही न टपका तो फिर लहू क्या है।
Deep Words Alfaaz Shayari Hindi

मैंने कब कहा की मिल जाए वो मुझे,
गैर ना हो जाए बस इतनी सी हसरत है।
❤️😇💌
मेरी बेतुकी सी बातों पर वो हंसता बहुत था….
एक शख़्स मेरी खुशी के लिए जिन्दगी से
लड़ता बहुत था..
🌹💌💯
जिन की हसीं खूबसूरत होती हैं,
उनके जख्म बहुत गहरे होते हैं…!
💔😔💯
मेरी तन्हाइयों तुम ही लगा लो मुझको सीने से !!
कि मैं घबरा गया हूँ इस तरह रो रो के जीने से !!
जब अलफ़ाज़ पन्नो पर शोर करने लगे,
समझ लेना सन्नाटे बढ़ गए हैं।
Alfaaz Shayari

मत देख वो शख्स गुनहगार है कितना,
ये देख की तेरे साथ वफादार है कितना।
❣️💯✍🏻
निखरे थे वो भी इश्क़ था
बिखरे हैं ये भी इश्क़ है।
🙂🥀💯
जिन की हसीं खूबसूरत होती हैं,
उनके जख्म बहुत गहरे होते हैं…!
💔😔💯
आज मौसम का गुरूर तो देखो !!
जैसे मेरे महबूब का दीदार कर आया हों !!
अल्फ़ाज़ उतने झूठ न कह सके आज तक,
जितने सच आंखें एक नज़र भर में कह गयीं।
दिल के अलफ़ाज़ शायरी

आंखे थक गई हैं आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा नही टूटता, जिसे देखकर तुम्हे मांग लूं..
🙂🥀
ख़याल क्या है जो अल्फ़ाज़ तक न पहुँचे ‘साज़’,
जब आँख से ही न टपका तो फिर लहू क्या है।
जिसके होने से मै खुद को मुकम्मल मानता हूं,
मै ख़ुदा से पहले मेरी मां को जानता हूं।❤️❤️
तेरा दर हो, मेरा सर हो,
महादेव ये मोहोब्बत यूही उम्र भर हो.!
💯🙏
Alfaaz Shayari

उनके आने से आ जाती है मेरे चेहरे पे रौनक ,,
और वो समझते हैं कि मेरा हाल अच्छा है…✍️
अगर वो अपना है तो उसे पराया ना कर
मना ले उसे वक्त जाया ना कर।😊🌹
तमाम उम्र गुजार देगें हम राह-ए-इंतजार में,
झूठा ही सही पर आने का एक वादा तो कर दे।
ख़ामोशी से सब कह दिया ये सलीका था मेरा !!
तुम सुन कर समझ न पाया वो तरीका था तेरा !!
बाक़ी ही क्या रहा है तुझे माँगने के बाद
बस इक दुआ में छूट गए हर दुआ से हम 🥀✍️
Alfaaz Shayari In Hindi And English Fonts

Agali bar jab tum milo to hath na !!
Milana kyonki tum tham nahi paoge !!
Aur mai chhod nahi paunga !!
अगर ज़िंदगी में मोहब्बत न होती !!
किसी को किसी की जरूरत न होती !!
Savaal ye nahi ki dard kitana hai !!
Baat ye hai ki paravaah kise hai !!
कभी मोहब्बत करने का दिल करे तो ग़मों से करना मेरे दोस्त,
सुना है, जिसे जितनी मोहब्बत करो
वो उतना ही दूर चला जाता है।💯✍️
Baat ye hai ki log badal gae hai !!
Zulm ye hai ki manate bhi nahi !!
बाक़ी ही क्या रहा है तुझे माँगने के बाद
बस इक दुआ में छूट गए हर दुआ से हम 🥀✍️
Ulajhani kya bataun jindagi ki !!
Tere gale lagakar teri hi shikayat karani hai !!
Vo jo sanjidagi se 🇮🇳kahana tha !!
Vo to ham kah chuke sharaarat mein !!
Alfaaz Shayari In Hindi

हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला…
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले….🍂💙✍️
कभी मोहब्बत करने का दिल करे तो ग़मों से करना मेरे दोस्त,
सुना है, जिसे जितनी मोहब्बत करो
वो उतना ही दूर चला जाता है।💯✍️
चलते चलते थक गया तो पूछा पाँव के छालों ने !!
कितनी दूर बसाई है दुनिया तेरे चाहने वालो ने !!
बात ये है कि लोग बदल गए हैं !!
ज़ुल्म ये है कि मानते भी नहीं !!
दिल चाहे हज़ार बार चीखे, उसे चिल्लाने दीजिये !!
पर जो आपका नहीं हो सकता,उसे जाने दीजिए !!
Alfaaz Quotes in Hindi

तमाम उम्र गुजार देगें हम राह-ए-इंतजार में,
झूठा ही सही पर आने का एक वादा तो कर दे।
उलझनेे क्या बताऊं जिन्दगी की !!
तेरे गले लगकर तेरी ही शिकायत करनी है !!
वो जो संजीदगी से 🇮🇳कहना था !!
वो तो हम कह चुके शरारत में !!
हर रात जान बूझकर रखता हूँ दरवाज़ा खुला…
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले….🍂💙✍️
खाली वक़्त में कभी याद आऊं
समझ लेना तुम्हारे अंदर कहीं जिन्दा हूँ मै।
Alfaaz Shayari Status

माना की तुझसे दूरियां कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है,
पर तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा गुजरता है।
🖤🖤💯
हमें सीने से लगाकर हमारी सारी कसक दूर कर दो,❣️
हम सिर्फ तुम्हारे 🌹हो जाऐ हमें इतना मजबूर कर दो।
एक साथ चार कंधे देखकर जहन में आया,
एक ही काफी था गर जीते जी मिला होता।
😊💔🥀
तुम जहां भी रहो बस चैन से रहना यारा !!
तेरा साथ नहीं तेरा सुकून’ मेरा मकसद है !!
हालात 🗣कह रहे हैं अब मुलाकात नही मुमकिन !!
उम्मीद कह रही है थोड़ा और इंतजार कर !!
अनकहे अलफ़ाज़ शायरी

हर एक राज़ कह दिया बस एक जवाब ने !!
हमको सिखाया वक़्त ने तुमको किताब ने !!
बात ये है कि लोग बदल गए हैं
ज़ुल्म ये है कि मानते भी नहीं.
🙂💯🥀
ये बारिश जो यूं उमड़ पड़ी है,
लगता है तुम शहर में हो.।
😇💯
चीज जिसे दिल कहते हैं, भूल गए हैं रख कर कहीं,
एहसास जिसे प्यार कहते हैं, भूल गए हैं वो दफना के कहीं।
😊🖤🥀
गुजर जाएगा ये दौर भी, जरा सबर तो रखिए..
जब खुशी नही ठहरी तो गम की क्या औकात है।😊🌹
4 Line Alfaaz Shayari in Hindi

तेरे सिवा कोई मेरे जज़्बात में नहीं, 🙂
आँखों में वो नमी है जो बरसात में नहीं, 💦
पाने की कोशिश तुझे बहुत की मगर,
तू एक लकीर है जो मेरे हाथ में नहीं। 💯🥀
अलफ़ाज़ तो बहुत हैं
मोहब्बत बयान करने के लिए
पर जो खामोशी नहीं समझ सकते
वो अलफ़ाज़ क्या समझेगे
इजाज़त तो हमने भी नहीं दी थी
मोहब्बत करने की उन्हें,❣️
बस वो नज़र उठाते गए
और हम तबाह होते गए।⚡💯
वो कहते हैं…
कैसे बयां करे हम अपना हल-ए-दिल
हमने कहा बस…
तीन अलफ़ाज़ काफी हैं प्यार का इज़हार करने के लिए
ना जाने कितनी अनकही बातें
साथ ले जायेंगे….
लोग झूठ कहते हैं की, खाली हाथ
आये थे, खाली हाथ जायेंगे….!!
कलम चलती है तो दिल की आवाज लिखता ✍️ हूँ,
गम और जुदाई के अंदाज़-ए-बयां लिखता हूँ,💙
रुकते नहीं हैं मेरी आँखों से आंसू,
मैं जब भी उसकी याद में अल्फाज़ 💌लिखता हूँ।💯
2 Line Alfaaz Shayari in Hindi

मोहब्बत❣️ उसे भी बहुत है मुझसे ,,
जिंदगी सारी इस वहम ने ले ली…✍️
साथ जब भी छोड़ना मुस्कुरा कर छोड़ना !!
ताकि दुनिया ये न समझे हममें कोई दूरी थी !!
कमाल की चीज है ये मोहब्बत अधूरी हो सकती है, 💔
पर कभी खत्म नही हो सकती। 💯✍️
कुछ इस तरह से तेरे मेरे रिश्ते ने आखिरी साँस ली ,
न मैंने पलटकर देखा न तुमने आवाज दी।
मैंने कब कहा की मिल जाए वो मुझे,
गैर ना हो जाए बस इतनी सी हसरत है।
❤️😇💌
मैंने नजदीकियों में खलिश देखी है,
मैंने दूरियों में पनपता इश्क़ देखा है।
😊🌹💌
Alfaaz Shayari

अगर वो अपना है तो उसे पराया ना कर
मना ले उसे वक्त जाया ना कर।😊🌹
वो जो संजीदगी से कहना था
वो तो हम कह चुके शरारत में।
😊❣️
कुछ रिश्तों में रूह की गाँठ बंधी होती है !!
वही फेरे होते हैं, मोहब्बत से मोहब्बत के !!
एक तुम ही हमारे किसी तरह से ना हुए !!
वर्ना होने को दुनियाँ में क्या-क्या नहीं होता !!
बहुत कमियां हैं हम में ये हमें
लोग हर रोज बताते हैं.🥀😔
जिसके नसीब मे हों ज़माने की ठोकरें, 🙂
उस बदनसीब से ना सहारों की बात कर।🍂✍️
Alfaaz Shayari Sad

मुकम्मल ना सही अधूरा ही रहने दो, 💌
ये इश्क़ है कोई मक़सद तो नहीं है। ,❣️
तहज़ीब ना सिखाइए मोहब्बत में हमें !!
एक मुद्दत से सिर्फ तस्वीरों में देखा है उन्हें !!
उलझने क्या बताऊं जिन्दगी की,
तेरे गले लगकर तेरी ही शिकायत करनी है।
🙂💌💯
खामोशियाँ ही बेहतर हैं
लफ़्ज़ों से लोग रूठ जाते हैं…💯
वो जो संजीदगी से कहना था
वो तो हम कह चुके शरारत में।
😊❣️
ख़ता मत गिन कि कितना गुनाह 🖤 किसने किया,
वो इश्क़ का नशा था,❣️ मैंने भी किया तूने भी किया।🥀
सवाल ये नहीं की दर्द कितना है,
बात ये है कि परवाह किसे है !
अनकहे अलफ़ाज़ शायरी

जब गिला शिकवा अपनो से हो तो खामोशी भली
अब हर बात पर जंग हो जरूरी तो नही..!!❣️❣️
एक जैसी ही दिखती थी… 💥
माचिस की वो तीलियां…
कुछ ने दिये जलाये.. 🪔और कुछ ने घर..!! ✍️
उसने मुझे छोड़ दिया तो क्या हुआ साहेब,
मैंने भी तो छोड़ा था सारा जमाना उसके लिए।
अगली बार जब तुम मिलो तो हाथ ना मिलाना
क्योंकि तुम थाम नही पाओगे और मै छोड़ नही पाऊंगा..
🙂💔🥀
ख़ता मत गिन कि कितना गुनाह 🖤 किसने किया,
वो इश्क़ का नशा था,❣️ मैंने भी किया तूने भी किया।🥀
वो कह कर गए कि ‘कल ‘ से भूल जाना हमे.
हमने भी सदियों से ‘आज’ को रोककर रखा है।
मेरे अपने करने लगे हैं बगावत आजकल,
गैरों को होने लगी है मोहब्बत मुझसे.!
😊❣️🥀
बिन मेरे क्या ज़िन्दगी गुजार लोग तुम,
इश्क़ हूं बुखार नही, जो दवा से उतार लोगे तुम…
❣️🥀✍🏻
Khamosh Alfaaz Shayari

मेरे लफ्जों 💌से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला,✍️
तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते।😊🔥
कैसे कह देते हैं लोग रात गई बात गई
यहां जमाने गुजर जाते हैं दिल पर लगी बात को भुलाने में।
❣️🥀💯
अंजाम ने दुख दिया,
वरना यादें तो प्यारी हैं।
😊❣️💯
दिल में है जो गुमनाम सा कसकता क्यों है ,💙
है नहीं अपना ❣️फिर अपना सा लगता क्यों है ।💯✍️
ना रूठने का डर ना मनाने की कोशिश
दिल से उतरे हुए लोगों से शिकायत कैसी
😊🖤🍂
इश्क़ की राह में साथ चले थे दोनों,
मै तो बर्बाद हो गया, तुम बताओ कहां तक पहुंचे?
❣️🥀✍🏻
बेफिक्र होकर जब वो तुम्हे सीने से लगा ले,
समझो तुम्हारा इश्क़ मुकम्मल हो गया।
❤️❤️✍🏻
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